ayush college admission Scam : आयुष कॉलेज में भर्ती घोटाला 28 जिलों में फैला, मीरजापुर के एक कॉलेज में मेडिकल के 100 से ज्यादा फर्जी एडिमशन
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ayush college admission Scam 2022 : उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों में भर्ती में हेराफेरी का मामला गहराता जा रहा है. यूपी एसटीएफ ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया है और 10 से ज्यादा फर्जी दाखिले वाले संस्थानों पर एसटीएफ का शिकंजा कसता जा रहा है. इन कॉलेजों के प्रशासकों को एक सप्ताह में मांगे गए दस्तावेजों के साथ पेश होने के निर्देश दिया गया है. 23 आयुष कॉलेजों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है.
नीट की रैंकिंग में छेड़छाड़ यानी फर्जीवाड़ा कर जिन कॉलेजों में छात्रों का एडमिशन करवाया गया, जांच टीम अब उन सभी के प्रशासकों औऱ प्रबंधकों को पूछताछ के लिए बुला रही है. सभी आयुष कॉलेज के प्रबंधन से जुड़े लोगों को एसटीएफ नोटिस भेज रही है. जल्द इन सभी के बयान दर्ज होंगे. एसटीएफ की टॉप लिस्ट में मीरजापुर का एक कॉलेज है, जहां सबसे ज्यादा 76 दाखिले हुए हैं. जानकारी के अनुसार, 100 से ज्यादा कॉलेज ऐसे हैं, जहां नीट एग्जाम में बिना बैठे परीक्षार्थियों के दाखिले हुए हैं.
ये कॉलेज प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, जौनपुर, पीलीभीत, बांदा, झांसी, गाजीपुर, अमरोहा, मऊ, मीरजापुर, महराजगंज, एटा, सहारनपुर, मथुरा, अलीगढ़, आजमगढ़, आगरा, बिजनौर, फर्रुखाबाद, गोंडा, उन्नाव, मुरादाबाद, नोएडा, फतेहपुर और संभल में हैं. फतेहपुर में 58, मऊ में 47, मुजफ्फरनगर में 48, सहारनपुर में 46, एटा में 35 छात्रों का एडमिशन हुआ है, जिनमें फर्जीवाड़े का अंदेशा है.
एसटीएफ की नजर उन कालेजों पर ज्यादा है, जहां सबसे ज्यादा एडमिशन हुए हैं. उधर, उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों में नए मेडिकल सत्र में दाखिले की तैयारी शुरू हो गई है. इस बार की काउंसिलिंग सरकारी एजेंसी से कराने की तैयारी है. इस संबंध में पत्रावलियां तैयार की जा रही है. शासन ने निदेशालय से एजेंसी चयन के मानक के बारे में जानकारी मांगी गई है.