Sex Determination: हरियाणा से आई टीम ने बिछाया लिंग जांच का जाल, मछली की तरह फंस गए डॉक्टर साहब
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Sex Determination: हरियाणा से आई टीम ने बिछाया लिंग जांच का जाल, मछली की तरह फंस गए डॉक्टर साहब

अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र में हरियाणा पीसीपीएनडीटी टीम को जानकारी मिल रही थी कि वहां पर लिंग परीक्षण हो रहा है. इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की है. टीम ने एक गर्भवती महिला को उस केंद्र पर भेजा.

Sex Determination: हरियाणा से आई टीम ने बिछाया लिंग जांच का जाल, मछली की तरह फंस गए डॉक्टर साहब

अलीगढ़: अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र में हरियाणा पीसीपीएनडीटी टीम को जानकारी मिल रही थी कि वहां पर लिंग परीक्षण हो रहा है. इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की है. टीम ने एक गर्भवती महिला को उस केंद्र पर भेजा. वहां महिला का अल्ट्रासाउंड सेंटर के डॉक्टर के साथ ₹30,000 में लिंग परीक्षण करने का सौदा तय हुआ. जैसे ही उसने जांच शुरू की पैसे भी जमा करा दिया गया. तत्काल हरियाणा की टीम ने कार्रवाई करते हुए डॉक्टर को दबोच लिया. इसके बाद अलीगढ़ स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद अलीगढ़ के पीसीपीएनडीटी प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए.

अलीगढ़ में पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉक्टर रोहित गोयल ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डॉ मानसिंह हरियाणा के पीसीपीएनडीटी के प्रभारी हैं. इनके द्वारा इस तरह की छापेमारी की जाती है. उनका मेरे पास 11:30 बजे फोन आया कि इगलास में अल्ट्रासाउंड सेंटर है. वहां लोग भ्रूण लिंग जांच परीक्षण करते हुए पकड़ा गया है, जिसके मालिक डॉक्टर ललित उपाध्याय उनको पकड़ लिया गया है. मैं सीएमओ की परमिशन से तुरंत यहां आया. आगे की कार्रवाई जारी है. पहले सारी मशीन सील होगी और सामान जब्त होगा. उसके बाद संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. अलीगढ़ की टीम भी एक्शन करती है, लेकिन बाहर की टीम के लिए आसान होता है. वह बाहरी टीम के लोगों को नहीं जानते. 

पीसीपीएनडीटी टीम के प्रभारी ने दी जानकारी
हरियाणा से आए पीसीपीएनडीटी टीम के प्रभारी डॉक्टर मान सिंह ने बताया कि हरियाणा टीम को आज सूचना मिली थी कि अलीगढ़ के यहां इगलास में लगातार गर्भ में लड़का और लड़की की जांच की जा रही है. इसके तहत एक ऑपरेशन किया गया था, जो सफल रहा. जांच के लिए सौदा ₹30000 में तय हुआ था. अभी पूरी जांच की तैयारी चल रही है. उसमें ₹10000 रिकवर हो चुके हैं. ₹20,000 और बकाया हैं. वह इन्वेस्टिगेशन का पार्ट है. इसके बाद वह भी वसूले जाएंगे. यह गर्भ में लड़का लड़की बताने का कार्य करते थे, ये बता भी इन लोगों ने बताया है. इन्होंने खुद पुष्टि कर दी है कि अंदर क्या चल रहा था.

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का जो प्रोग्राम है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इसका भी पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा. हम जानते हैं कि जगह-जगह से लोग इसके पास आते हैं. हमारी दो डिस्ट्रिक्ट फरीदाबाद और गुड़गांव की टीम ने यहां छापाेमारी की है. 

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