Urine Color: आपके यूरीन का कलर बताएगा आपकी सेहत का हाल, जानिए रंगों का क्या है मतलब
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Urine Color: आपके यूरीन का कलर बताएगा आपकी सेहत का हाल, जानिए रंगों का क्या है मतलब

जब हम बीमार होते हैं, तो हमारी बॉडी इंडिकेटर देना शुरु कर देती है. अगर हमने समय रहते समझ लेते हैं, तो हम गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं. जब हम बीमारी होते हैं और इलाज के लिए हम डॉक्टर के पास जाते हैं. तब वहां हमें यूरिन टेस्ट करने की सलाह दी जाती है.

Urine Color: आपके यूरीन का कलर बताएगा आपकी सेहत का हाल, जानिए रंगों का क्या है मतलब

Urine Color Changing: जब हम बीमार होते हैं, तो हमारी बॉडी इंडिकेटर देना शुरु कर देती है. अगर हमने समय रहते समझ लेते हैं, तो हम गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं. जब हम बीमारी होते हैं और इलाज के लिए हम डॉक्टर के पास जाते हैं. तब वहां हमें यूरिन टेस्ट करने की सलाह दी जाती है. इतना ही नहीं टेस्ट भी ताजे यूरिन से ही होता है. 

क्या आपको पता है कि यूरिन टेस्ट से डॉक्टर क्या पता लगाते हैं. दरअसल, इंसान का यूरिन शरीर से जुड़े कई राज खोलता है. आपको जानकर ये हैरानी होगी कि यूरिन का रंग बदलना, हमारे शरीर में पैदा हो रही गंभीर बीमारियों का अलार्म है. यूरीन से इसका पता लगाया जा सकता है. अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो इसका असर आपके पेशाब पर जरूर पड़ता है.

आपको बता दें कि कभी-कभी बिना लक्षण के भी हमारे पेशाब का रंग बदल जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी बॉडी में अनक्रोम पिग्मेंट होते हैं, इसकी वजह से ही पेशाब का रंग बनता है. यह पिग्मेंट जितना संकेंद्रित होता है, पेशाब का रंग गहरा होता जाता है. आमतौर पर हमारे यूरिन का रंग हल्का पीला, मटमैला लेकिन पारदर्शी होता है. वहीं, अगर शरीर में अधिक मात्रा में लिक्विड पहुंचता है, तो हमारे यूरिन का रंग बदल जाता है. आइए आपको बताते हैं पेशाब के बदलते रंगों का शरीर के लिए क्या मतलब होता है...

पेशाब का रंग बदलकर लाल हो जाना
यूरीन के बदलते रंगों में पिंक, रेड, ब्राउन, ऑरेंज या ब्‍लैक कलर शामिल होते हैं. इसमें ब्‍लड मौजूद होने की वजह से ऐसा होता है. इसके अलावा ये रंग मूत्रनली और किडनी रोग का सूचक है. वहीं, महिलाओं में यूरीन का रंग बदलने की समस्या मासिक धर्म भी हो सकती है. अगर किसी को पोरफाइरिया है, तो इसके चलते पेशाब में पोरफायरिन की मात्रा बढ़ जाती है. इसके चलते यूरिन का रंग लाल हो जाता है.

यूरिन का सफेद रंग का होना
आपको बता दें कि यूरिन में खनिज के जमाव से भी पेशाब का रंग बदल जाता है. हमारे शरीर में कैल्शियम, ऑक्‍सेलेट और फॉस्‍फेट की वजह से पेशाब सफेद रंग का दिखायी देता है, लेकिन कई बार मूत्रनली में गंभीर संक्रमण होने की वजह से पेशाब में मवाद भी आने लगता है. इस वजह से भी पेसाब का रंग सफेद हो जाता है. 

हरे-नीला रंग का यूरीन आना
आपको बता दें कि यूरिन कभी-कभी हरे नीले रंग का हो जाता है. यूरिन का नीला रंग बहुत ही रेयर मामलों में होता है, क्‍योंकि ब्‍लू पिगमेंट नेचुरल यूरिन पिगमेंट यूरोक्रोम से मिलकर ग्रीन बनता है. अगर ऐसा होता है, तो फौरन डॉक्टर की सलाह लें.

आपको बता दें कि आमतौर पर यूरिन का रंग हमारे द्वारा लिए गए तरल पदार्थों पर निर्भर करता है. शरीर में लिक्विड डाइट जितना ज्यादा जाती है, यूरिन में येलो पिग्मेंट उतना ही पतला होता जाता हैं. वहीं, अगर आप ज्यादा पानी पीएंगे, तो यूरिन का रंग उतना ही ज्यादा साफ होगा. वहीं, अगर हम कम पानी पीते हैं, तो यूरिन गढ़ा यैलो होता जाता है. दरअसल, पेशाब का रंग हमारे खाने-पीने पर निर्भर करता है, चुकंदर, जामुन या कुछ दवाओं के सेवन से यूरिन का कलर हरा, पीला, नीला हो जाता है. 

यूरिन का रंग बदलने पर डॉक्टर के पास जाएं
अगर आपको यूरिन इंफेक्शन यानी यूटीआई हो जाता है. इसके अलावा किडनी में स्टोन हो जाता है, तो डॉक्टर से संपर्क करें. ऐसे में यूरिन का रंग खून के रंग जैसा दिखने लगता है. इस समय पेशाब करते समय दर्द भी होता है. अगर दर्द नहीं हो रहा और यूरिन का कलर लाल है, तो ये खतरे की घंटी है. 

यूरीन का रंग काला या भूरा होना
जब हम दवा खाते हैं, तब भी हमारे यूरिन का रंग बदल जाता है. आयरन इंजेक्‍शन की वजह से भी यूरिन ब्‍लेक हो जाता हैं. वहीं, आनुवांशिक विकार अल्‍काप्‍टोनुरिया की इसकी वजह हो सकता है. अगर किसी को कैंसर मेटास्‍टेटिक मेलानोमा है, तो इस वजह से स्किन का रंग काला पड़ जाता है. ऐसे में यूरिन भी काला हो सकता है.

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