Ajay Rai: अजय राय होंगे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल-प्रियंका ने पूर्वांचल के नेता पर बड़ा दांव खेला
Advertisement

Ajay Rai: अजय राय होंगे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल-प्रियंका ने पूर्वांचल के नेता पर बड़ा दांव खेला

who is Ajay Rai: अजय राय होंगे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल-प्रियंका ने पूर्वांचल के नेता पर बड़ा दांव खेला

Ajay Rai

यूपी कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए बृजलाल खाबरी की जगह अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है. कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व में गुरुवार को ये बड़ा फेरबदल हुआ है. अजय राय वाराणसी से ताल्लुक रखते हैं और पूर्वांचल के कई जिलों में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं. बृजलाल खाबरी को हटाने के लिए यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही विचार चल रहा था, लेकिन यह निर्णय करीब लंबे वक्त टाला जाता रहा. अजय राय वाराणसी से ताल्लुक रखते हैं, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं. 

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के करीब नौ महीने पहले ये बड़ा फेरबदल किया है. पूर्वांचल के नेता को कमान सौंपने का निर्णय ऐसे वक्त किया गया है, जब बीजेपी, समाजवादी पार्टी जैसे बड़े दल पूर्वांचल पर काफी फोकस किए हुए हैं. बीजेपी के बड़े नेताओं की रैलियां काफी पहले ही पूर्वांचल में हो चुकी हैं. बीजेपी ने निषाद पार्टी, ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अपना दल जैसी पार्टियों को अपने साथ जोड़ा है, जिनका वोट आसानी से हस्तांतरित होता रहा है. 

अजय राय वर्ष 2012 से कांग्रेस से जुड़े हैं और यूपी विधानसभा के पांच बार विधायक रह चुके हैं. ये दिलचस्प बात है कि अजय राय ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बीजेपी की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी. वो कोलसला विधानसभा सीट से 1996 से 2007 तक तीन बार बीजेपी से विधायक रहे. लेकिन लोकसभा टिकट न मिलने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी. उन्होंने लोकसभा चुनाव तब समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2009 में लड़ा, लेकिन चुनाव हार गए. लेकिन यह उनकी राजनीतिक साख ही थी कि कोलसला विधानसभा सीट से उन्होंने चुनाव बतौर निर्दलीय फिरजीता. 

अजय राय ने 2012 में कांग्रेस पार्टी का दामन था और उसी साल पिंडारा विधानसभा सीट से चुनाव जीता है. वर्ष 2014 और 2019 में वो वाराणसी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी थे, लेकिन नरेंद्र मोदी की भारी लोकप्रियता के सामने उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. भूमिहार समुदाय से ताल्लुक रखने  वाले अजय राय मूलरूप से गाजीपुर जिले से जुड़े है. उन्हें इलाके में दबंग नेता के तौर पर भी जाना जाता है. अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या मुख्तार अंसारी गैंग ने कर दी थी. और हाल ही में इस केस में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास की सजा हुआ है. 

गौरतलब है कि कांग्रेस लंबे समय से यूपी में दमदार चेहरे की तलाश कर रही है. उसने दलित नेता बृजलाल खाबरी के पहले अजय सिंह उर्फ लल्लू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था, लेकिन दोनों नेता कोई कमाल नहीं दिखा सके. किसान आंदोलन और उसके बीच लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की घटना के बाद प्रियंका गांधी ने भी सक्रियता बढ़ाई थी. 2022 के विधानसभा चुनाव में मैं लड़की हूं लड़ सकती  हूं का नारा देकर उन्होंने खूब जमकर चुनाव प्रचार भी किया था. यह संकेत भी दिया गया था कि वो यूपी में कांग्रेस का चेहरा बन सकती हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महज एक सीट पर सिमट गई. 

 

Trending news