Varanasi Balloon Festival: एडवेंचर के हैं शौकीन तो फटाफट पहुंचें बनारस, महज इतने रुपये में आसमान से निहारें बाबा विश्वनाथ की नगरी
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Varanasi Balloon Festival: एडवेंचर के हैं शौकीन तो फटाफट पहुंचें बनारस, महज इतने रुपये में आसमान से निहारें बाबा विश्वनाथ की नगरी

Varanasi Balloon Festival Details: वाराणसी में आज यानी मंगलवार से हॉट एअर बैलून और बोट रेस का आयोजन शुरू हो गया है, जो 20 जनवरी तक चलेगा. 

फाइल फोटो.

Varanasi Balloon Festival/जयपाल: अगर आप भी एडवेंचर के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल, वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार, 17 जनवरी यानी आज से 4 दिवसीय एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. बैलून फेस्टिवल के अलावा बोट फेस्टिवल का भी आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में आपके पास शिव नगरी काशी को एक्सप्लोर करने और एडवेंचर करने के लिए शानदार मौका है. बैलून फेस्टिवल का समापन 20 जनवरी को होगा. इस दौरान श्रद्धालु व पर्यटक वाराणसी व आसपास के नजारे का आसमान से लुत्फ उठा सकेंगे. 

हॉट एयर बैलून में सैर की कीमत
एयर बैलून की सैर के लिए 500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है. हर बैलून में 30 लोगों के यात्रा करने का इंतजाम किया गया है. जबकि रस्सी से बंधे बैलून में एक दिन में 300 पर्यटक शिव नगरी काशी को निहार सकेंगे. 

कितने देर तक कर सकेंगे आसमान में सैर?  
500 रुपए में आप पूरे 45 मिनट हॉट एयर बैलून राइड ले सकेंगे. इस हॉट एयर बैलून के जरिए टूरिस्ट्स 5 से 7 किलोमीटर तक का सफर आसमान में कर पाएंगे. 

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कहां से भर सकेंगे उड़ान
बैलून के लिए गंगा पार डोमरी गांव को बेस बनाया गया है. पर्यटक डोमरी से BHU के कमच्छा स्थित सीएचएस या एंफीथियेटर मैदान के लिए उड़ान भरेंगे. 

10 विदेशी और 2 देसी पायलट 
पर्यटन विभाग के मुताबिक, बैलून उत्सव में हॉट एयर बैलून को 10 विदेशी और 2 देसी पायलट उड़ा रहे हैं. यूके से पांच, यूएस, कनाडा, स्पेन, जापान और भारत से एक-एक पायलट उत्सव में शामिल हैं. 

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शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को पांच दिवसीय दौरे पर वाराणसी में है. एससीओ की राजधानी काशी में ही समन्वय समिति की बैठक होगी. प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अंतर्देशीय सांस्कृतिक समन्वय और पर्यटन स्थलों को जोड़ने पर विचार करेंगे. बता दें कि एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की समरकंद, उज्बेकिस्तान में आयोजित 22वीं शिखर बैठक में 16 सितंबर, 2022 को वाराणसी को साल 2022-2023 की अवधि के लिए पहली एससीओ पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी नामित किया गया था.

गौरतलब है कि 13 जनवरी को ही पीएम मोदी ने काशी से गंगा विलास क्रूज को रवाना किया था. साथ ही गंगा पार भव्य टेंट सिटी का लोकार्पण हुआ था. वहीं, अब  बैलून और बोट फेस्टिवल का आयोजन पर्यटन के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. 

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