Road Accidents in UP: सड़क हादसों में यूपी के इस शहर में सबसे ज्यादा मौतें, नोएडा-गाजियाबाद भी पीछे
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Road Accidents in UP: सड़क हादसों में यूपी के इस शहर में सबसे ज्यादा मौतें, नोएडा-गाजियाबाद भी पीछे

Road Accidents in UP: केंद्रीय पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने रोड एक्सिडेंट में मौत के मामलों को लेकर आंकड़ा जारी किया है. मौत के आंकड़ों को देख जाए तो टॉप 10 राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश 7वें नंबर पर है. 

Road Accidents in UP

UP Road Accident News: केंद्रीय पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने रोड एक्सिडेंट में मौत के मामलों में यूपी के शहरों चौंकाने वाला आंकड़ा जारी किया है. उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद के मुकाबले कानपुर और लखनऊ जैसे महानगरों में सड़क हादसों में मौतों की संख्या बढ़ी है.  

कानपुर बना चिंता का विषय
10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर की बात करें तो कानपुर में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गईं. इस सूची में दिल्ली पहले, बेंगलुरु दूसरे और जयपुर तीसरे स्थान पर है. कानपुर में वर्ष 2022 में 640 लोगों की मौत हुई. यह शहर देश भर में चौथे स्थान पर रहा. 

लखनऊ भी पीछे नहीं
लखनऊ वर्ष 2022 में 1349 हादसों में 587 मौतों के साथ 7वें स्थान पर रहा. आगरा 1029 एक्सिडेंट में 548 मौतों के साथ 9वें स्थान पर रहा. गाजियाबाद 886 सड़क दुर्घटना में 363 मौतों के साथ 16वें स्थान पर है. मेरठ 926 एक्सीडेंट में 345 मौतों के साथ 21वें और वाराणसी 539 हादसों में 294 मौतों के साथ 26वें स्थान पर रहा. 

गाजियाबाद और मेरठ में कम
दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद जिले में दुर्घटना में मौतों के मामले में कमी दिखी है. वर्ष 2021 में सड़क हादसों में 395 मौतों के मुकाबले  2022 में यह संख्या घटकर 363 रह गई. मेरठ में वर्ष 2021 में 361 मौतें दर्ज की गईं, जो 2022 में 345 रह गईं. 

कानपुर की सड़कें असुरक्षित
रोड सेफ्टी रिपोर्ट ने कानपुर की सड़कों को असुरक्षित करार दिया है. यहां पर सड़क हादसों में मौत के आंकड़ों में 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जिले में वर्ष 2021 में 1354 एक्सिडेंट्स में 598 मौत के मामले दर्ज किए गए. वर्ष 2022 में 1424 एक्सीडेंट में 640 लोगों की मौत दर्ज की गई. 

तमिलनाडु पहले नंबर पर
सड़क हादसे के मामलों में तमिलनाडु देश में पहले नंबर पर वर्ष 2018 से बना हुआ है. दूसरे नंबर मध्य प्रदेश है. इस सूची में यूपी का स्थान चौथा है. पिछले पांच साल में से चार वर्ष तीसरे स्थान पर यूपी रहा था. वर्ष 2022 में रोड एक्सिडेंट के मामलों में kerala तीसरे स्थान पर पहुंचा. वर्ष 2022 में तमिलनाडु पहले स्थान पर रहा. कोरोना काल 2020 और 2021 में यूपी में में रोड एक्सिडेंट 40 हजार से नीचे थे. लेकिन फिर से लगातार इसमें इजाफा हो रहा है. 

यूपी में पिछले पांच वर्षों में रोड एक्सीडेंट:

वर्ष कुल रोड एक्सीडेंट देश में स्थान
2018- 42,568 3
2019- 42,572 3
2020- 34,243 3
2021- 37,729 3
2022- 41,746 4

हाईवे पर दुर्घटना में यूपी का तीसरा स्थान
नेशनल हाइवे पर रोड एक्सीडेंट के मामले में यूपी तीसरे स्थान पर है. वर्ष 2022 में यूपी में एनएच पर 14,990 हादसे दर्ज हुए. यह देश में NH पर हुए कुल एक्सीडेंट का 9.9 फीसदी रहा. इस केस में भी पहले स्थान पर तमिलनाडु है. यहां के एनएच पर 18,972 रोड एक्सीडेंट दर्ज किए गए. यह कुल एनएच एक्सिडेंट का 12.5 फीसदी रहा. केरल के एनएच पर 17,627 एक्सिडेंट दर्ज किए गए. यहां कुल सड़क हादसों का 11.6 फीसदी रिकॉर्ड दर्ज हुआ. मध्य प्रदेश 13,860 मामलों के साथ चौथे स्थान पर रहा.

यूपी में सबसे अधिक मौतें
सड़क हादसों में यूपी में सबसे अधिक मौत दर्ज की जाती रही है. दूसरे स्थान पर तमिलनाडु और तीसरे स्थान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर है. यूपी के नेशनल हाइवे पर हुई दुर्घटनाओं में पिछले साल 8479 लोग मारे गए, जो देश भर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुईं मौतों का 13.9 फीसदी रहा. 

2022 में रोड एक्सिडेंट में मौत
राज्य का नाम, 
कुल मौतें, देश में स्थान
उत्तर प्रदेश, 22, 595, 1
तमिलनाडु, 17, 884, 2
महाराष्ट्र 15, 224, 3
मध्य प्रदेश 13, 427, 4
कर्नाटक 11,702, 5 

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