छोटे शहरों से ताल्लुक रखने वालों ने बड़ा मुकाम हासिल किया है. इन्होंने यह भी दिखाया है कि यदि संकल्प दृढ़ हो तो किसी भी लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है.आइए जानते हैं इन होनहारों के बारे में.
यूपीएससी की परीक्षा में लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने ऑल इंडिया टॉप किया है. पिछले साल आदित्य श्रीवास्तव का आईपीएस में सिलेक्शन हुआ था और इस बार वह आईएएस टॉपर हैं. आदित्य इस वक्त हैदराबाद में ट्रेनिंग कर रहे हैं उन्हें वेस्ट बंगाल कैडर मिला है. लखनऊ में आदित्य के माता-पिता और दादा जी रहते हैं आदित्य के माता-पिता अब चाहते हैं कि वह देश के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दे और जनता के हित में अच्छे काम करे. आदित्य ने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और वहीं से एमटेक किया है.
नौशीन गोरखपुर की रहने वाली हैं और अपने चौथे प्रयास में सफल हुईं. गोरखपुर की नौशीन ने बिना कोचिंग के 9वीं रैंक हासिल की. नौशीन ने जामिया नगर, दिल्ली में आवासीय कोचिंग में रहकर तैयारी की. नौशीन ने इस सफलता के बाद कहा- 'इसमें पैरेंट्स का रोल बहुत बड़ा है. जिंदगी को हंसी खुशी जीते हुए तैयारी करना जरूरी है। निराशा के साथ नहीं.
Aishwaryam Prajapati UPSC टॉपर रैंक 10 यूपी की रहने वाली हैं. ये उनका दूसरा अटेंप्ट था. कहती हैं- 'मैं हमेशा से आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थी। 10वीं के बाद ही मेरा लक्ष्य साफ था। एनआईटी से बीटेक किया। Lक्षT में 18 महीने काम किया।' UPSC Preparation Tips पर कहा- 'आपने कितने घंटे पढ़ाई की, ये मायने नहीं रखता। घंटे मत गिनिए। स्ट्रैटजी बहुत जरूरी है। किताबों के अलावा मेरे यूपीएससी नोट्स, अखबार, प्रैक्टिस पेपर, आंसर राइटिंग प्रैक्टिस ने यूपीएससी की तैयारी में मेरी काफी मदद की।'
सिविल परीक्षा 2023 के रिजल्ट में प्रयागराज की बेटी वरदाह खान ने 18वीं रैंक हासिल की है. वरदाह की प्राथमिकता विदेश सेवा है, ग्लोबल मंच पर देश का नाम रोशन करने की इच्छा. मूलरूप से प्रयागराज निवासी वरदाह खान नोएडा के सेक्टर 82 में अपने रिश्तेदारों के घर रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं. नौ साल पहले उनके वालिद का निधन हो गया था. पहले प्रयास में वह प्री परीक्षा भी नहीं निकाल पाई थीं। दूसरी कोशिश में वरदान 18वीं रैंक लेकर आई हैं.
लोकसेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा परिणाम 2023 घोषित कर दिया. इसमें यूपी और उत्तराखंड से भी 30 से ज्यादा नाम हैं. पहली रैंक भी लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव को मिली है. वहीं उत्तराखंड के आईपीएस अफसर की बेटी भी पुलिस अफसर बनी है, जिससे पूरा परिवार गर्वान्वित है. कुहू बैडमिंटन की इंटरनेशनल प्लेयर भी रही है. कुहू ने 56 नेशनल औऱ ऑल इंडिया रैंकिंग भी हासिल की है. उसने 19 इंटरनेशनल मेडल भी जीते हैं. कुहू वुमेंस डबल्स और मिक्स्ड डबल में भी खेलती रही हैं. कुहू ने मिक्स्ड डबल्स में वर्ल्ड रैंक 34 तक हासिल की है. वो 2018 में बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप का क्वार्टर फाइनल भी खेली थीं.
दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में तैनात ASI जसवीर राणा की बेटी रूपल राणा ने इस परीक्षा में 26वीं रैंक हासिल की है. रूपल राणा मूल रुप से यूपी के बागपत जिले के बड़ौत गांव की रहने वाली है. उनके पिता दिल्ली पुलिस में ASI के पद पर तैनात हैं. रूपल राणा दिल्ली के लाजपत नगर के पुलिस कॉलोनी में रहती है. रूपल राणा के परिवार में उनसे छोटी बहन स्वीटी राणा और भाई ऋषभ राणा और पिता जसबीर राणा साथ रहते है. हाल ही में जनवरी महीने में रूपल की मां का देहांत हो गया था.
यूपी के बांदा जिले की रहने वाल फरहीन ने जिले का नाम रोशन किया है. उन्होंने 241वीं रैंक हासिल की है. फरहीन ने इसके लिए कड़ी मेहनत की. पिछले साल फरहीन का चयन एसडीएम पद पर हुआ था, जिसकी ट्रेनिंग चल रही थी. उनके पिता शहर कोतवाली क्षेत्र के छावनी इलाके के रहने वाले हाजी जाहिद अली रिटायर्ड ट्रेजरी ऑफिसर हैं. उन्होंने बताया कि 6 बच्चों में छोटी बेटी फरहीन ने इस मुकाम को हासिल किया है. उसने यूपीएससी एग्जाम पास करने के लिए सब कुछ छोड़ दिया था. इसके पहले फरहीन ने 2022 में UPPCS एग्जाम पास किया था.
यूपी के गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत विश्नोहरपुर गांव के रहने वाले विवेक सिंह ने तीसरी बार सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता हासिल करके आईपीएस बने हैं. विवेक सिंह को ऑल इंडिया 256 रैंक मिली है. विवेक सिंह अपने घर पर ही रहकर के 16- 17 घंटे पढ़ाई करते थे. विवेक सिंह परिवार के इकलौते बेटे हैं विवेक सिंह की कोई बहन और कोई भाई और नहीं है. विवेक सिंह ने पहली बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा में प्री परीक्षा पास करके मेंस परीक्षा में सफलता नहीं पाई. दूसरी बार विवेक सिंह ने प्री, मेंस भी पास कर लिया था लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली थी. और अब तीसरी बार तीनों पास करके विवेक सिंह ऑल इंडिया 256 वीं रैंक हासिल करके आईपीएस बने.
Kanpur News: संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित कर दिए हैं. कानपुर में तैनात यूपी पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल संजय दुबे के बेटे विशाल ने महज 22 साल की उम्र में 296वीं रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है. बेटे के आईपीएस बनने से हेड कॉन्स्टेबल पिता का सीना गर्व से फूला नहीं समा रहा है. यह क्षण उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा पल है. फर्रुखाबाद के नीम करोरी निवासी संजय दुबे कानपुर के बिल्हौर एसीपी कार्यालय में तैनात हैं. संजय दुबे का इसी साल मार्च में फिरोजाबाद से कानपुर ट्रांसफर हुआ था. परिवार में पत्नी, बेटा विशाल और बेटी है.
सेक्टर 78 वेलेंसिया महागुन मजारिया सोसायटी में रहने वाले आयुष मणि चौधरी ने 723वीं रैंक हासिल की है. उन्हें दूसरे प्रयास में सफलता मिली है. आयुष, बीटेक व एमटेक आईआईटी भुवनेश्वर से करने के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. इसके लिए कोई कोचिंग नहीं की है.
यूपी के रायबरेली के प्रगतिपुरम के रहने वाले शिवम सिंह का जन्म साधारण परिवार मे हुआ है. उनके पिता का नाम रामनरेश सिंह है. शिवम सिंह ने यूपीएससी - 2023 में 877वीं रैंक हासिल की है. शिवम गोरखपुर के खजनी तहसील में एसडीएम के पद पर तैनात हैं. उन्होंने साल 2019 में यूपी पीसीएस परीक्षा पास करने के बाद गोरखपुर के चौरीचौरा के एसडीएम पद पर काम करना शुरू किया. उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास कर माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय. शिवम के पिता की रायबरेली के विकास भवन के सामने स्टेशनरी की दुकान है.