Badrinath Dham: भारी बर्फबारी के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, देश के प्रधानमंत्री मोदी के नाम से हुई पहली पूजा
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Badrinath Dham: भारी बर्फबारी के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, देश के प्रधानमंत्री मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. बद्रीनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह खोल दिए गए. पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.

Badrinath Dham

Badrinath Dham: देवभूमि उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो चुकी है. गुरुवार को चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट भी 6 महीने के लंबे समय अंतराल के बाद तय मुहूर्त में खोल दिए गए हैं. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यहां पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना हुई. सुबह से ही बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी हो रही है. इसके बावजूद सैकड़ों श्रद्धालु धाम के बाहर जुटे रहे और जयकारे लगाते रहे. इस मौके पर आईटीबीपी के बैंड और गढ़वाल स्काउट्स ने प्रस्तुति रही.

इस खास मौके पर मंदिर को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. पिछली बार की तरह इस साल भी पहली पूजा और आरती देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई. कपाट खुलने को लेकर धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि आज का दृश्य बहुत अद्भुत है. कपाट खुलते वक्त बर्फबारी हो रही है, जो एक शुभ संकेत है. श्रद्धालुओं का 6 महीने का इंतजार अब खत्म हुआ है. अगले 6 महीने तक श्रद्धालु भगवान के दर्शन करेंगे. इस दौरान उन्होंने बद्रीनाथ धाम मंदिर की पूरी पूजा पद्धति के बारे में भी जानकारी दी. 

बर्फबारी होना शुभ संकेत 
बद्रीनाथ धाम की व्यवस्थाओं में टिहरी राज परिवार का भी विशेष स्थान है. गिरिराज परिवार दरबार में ही कपाट खुलने की तिथि का ऐलान होता है. ऐसे में राज परिवार की ओर से इस बार कुंवर भवानी सिंह प्रतिनिधि के तौर पर बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे. भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने के मौके पर सीमांत गांव माणा की महिलाएं भी मौजूद रहीं. बता दें कि माणा गांव की कुंवारी कन्याओं द्वारा ही भगवान बद्री विशाल के लिए कंबल बनाया जाता है. कपाट खुलने के मौके पर माणा गांव की महिलाएं नृत्य करते हुए और स्थानीय भाषा में गीत गाते हुए भी नजर आईं.  

गंगोत्री, यमुनोत्री और  केदारनाथ धाम के खुल चुके कपाट 
इस साल चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए अभी तक 13 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. बताया जा रहा है पिछली साल चारधाम यात्रा के दौरान तकरीबन 44 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. माना जा रहा है कि इस बार यह आंकड़ा बढ़ सकता है. बता दें कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुल चुके हैं. 

30 अप्रैल तक बंद है केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन 
खराब मौसम के चलते उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ धाम यात्रा के श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक बंद किया गया है. हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर  तेज बारिश और बर्फबारी से यह फैसला लिया गया है.  एक मई से आगे की यात्रा के लिए तीर्थयात्री पंजीकरण करा सकते हैं, जबकि बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए पंजीकरण उपलब्ध है. केदारनाथ बद्रीनाथ यात्रा बोर्ड की वेबसाइट पर बताया जाएगा कि कब दोबारा ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रासेस शुरू होगा. 

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