Benefits of Curd in Fasting: नवरात्र में व्रत के दौरान कई तरह की चीजें खाने की मनाही होती है, व्रती को केवल सात्विक भोजन करना चाहिए. इस दौरान रोजमर्रा की चीजें डाइट से छूट जाने की वजह से कब्ज और पेट की दूसरी समस्याएं हो जाती है. ऐसे में व्रत के भोजन में दही को जरूर शामिल करने की सलाह दी जाती है ऐसा क्यों आइये आपको बताते हैं.
नवरात्रि या ऐसे ही किसी व्रत के दौरान आलू, कुट्टू का आटा या ऐसी ही चीजें खाने से पाचन समस्याएं जैसे कब्ज़, गैस और एसिडिटी हो सकती हैं. ऐसे में दही खाने से पाचन बेहतर रहता है और व्रत में खाने से होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है. यह पेट को हल्का और स्वस्थ रखता है.
नवरात्रि में प्याज़, लहसुन, मांस, और सामान्य नमक का सेवन वर्जित होता है. इस दौरान दही, फलाहार और विशेष आटे का प्रयोग किया जाता है. दही का सेवन व्रत के दौरान पाचन और इम्यूनिटी को बेहतर बनाता है.
व्रत में दही का रायता बनाकर खाया जा सकता है. इसमें फल जैसे अनानास, स्ट्रॉबेरी आदि मिलाकर स्वादिष्ट और पौष्टिक रायता तैयार किया जा सकता है. यह पाचन में मदद करता है और पेट को हल्का रखता है.
व्रत के दौरान दही की छाछ या लस्सी का सेवन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. लस्सी में सेंधा नमक मिलाकर पीने से यह और भी फायदेमंद हो जाती है. यह शरीर को ठंडक और ताजगी प्रदान करती है.
व्रत में आलू का सेवन आम है. दही मिलाकर आलू पकाने से यह स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है. दही वाले आलू बनाने के लिए व्रत वाले जीरा आलू में दही मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है, जो पाचन के लिए अच्छा होता है.
दही में प्रोटीन, कैल्शियम, और विटामिन जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं. यह पाचन को बेहतर बनाता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है. नवरात्रि में दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन नुकसानदेह हो सकता है.
नवरात्रि के दौरान दही खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है. यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ-साथ व्रत के दौरान अधिक गर्मी से बचाव करता है. शरीर की क्रेविंग को भी नियंत्रित करता है.
दही का सेवन वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है. यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और व्रत के दौरान शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. इसे सही मात्रा में खाने से वजन नहीं बढ़ता.
रात के समय दही खाने से बलगम, खांसी, जोड़ों में दर्द और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए दही का सेवन सुबह या दोपहर के समय करना सबसे अच्छा होता है. यह शरीर को दिनभर ऊर्जा देता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.