आयुर्वेद के मुताबिक दही का सेवन अगर दिन में किया जाए तो सेहत को फायदे पहुंचते हैं. दही सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन कुछ लोग रात में दही खाने से परहेज करते है .
दही हमारे खाने का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम हर समय के खाने के साथ करना पसंद करते हैं. दही का सेवन सुबह के नाश्ते और दोपहर के खाने में किया जाए तो हमारा इम्युन सिस्टम स्ट्रॉग रहता है और खाना पचाने में भी काम आता है .
दही पश्चिमी-देशो में 1542 में पहुंचा जब फ्रांस के एक राजा को डायरिया हुआ और हर सम्भव प्रयास के बाद भी ठीक नही हुआ. इन्हें दही खिलाया और तबसे दही पश्चिमी सभ्यता का हिस्सा बन गया .
विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय के शोध में पाया गया कि जिन महिलाओं ने खाने से पहले दही का सेवन किया उनके आंतों की सूजन कम हो गई और पाचन भी बेहतर हो गया .
अगर आपको पाचन संबंधी कोई समस्या है, तो रात में दही खाने से आपकी यह परेशानी और बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि दही फेट और प्रोटीन से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट है, जिसे रात में पचाना मुश्किल हो सकता है.
दही खाने का सबसे अच्छा समय सुबह या दोपहर के भोजन के साथ है. दरअसल, दिन के समय दही पचाना आसान होता है.आप इसे सुबह के नाश्ते के रूप में भी खा सकते हैं.
दही को रात के समय नहीं खाना चाहिए और इसे गर्म करके भी ना खाएं और इसके अलावा दही को मिक्स करके, नमक , दूध,मछली, घी व शहद के साथ भी नहीं खाना चाहिए.
आमतौर पर दही सभी के लिए फायदेमंद होता है.अगर आपको डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी है, तो आपको दही खाने से बचना चाहिए. जिन लोगों को किडनी की समस्या है या बैड कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं, तो उन्हें दही का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए.
दही की तासीर ठंडी होती है, लेकन इसके बावजूद ठंड के मौसम में इसे खाना फायदेमंद हो सकता है. अगर आपको दही ज़्यादा ठंडा लगता है, तो आप इसमें शहद या फिर काली मिर्च, भुने ज़ीरे का पाउडर मिलाकर खा सकते हैं.
दही शरीर पर लगाकर नहाने से त्वचा कोमल और खूबसूरत बन जाती है.इसमें नींबू का रस मिलाकर चेहरे, गर्दन, कोहनी, एड़ी और हाथों पर लगाने से शरीर निखर जाता है.दही की लस्सी में शहद मिलाकर पीने से सुंदरता बढ़ने लगती है.
दही में प्रोटीन, कैल्शियम, और विटामिन बी होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. दोपहर के समय में दही खाने से बॉडी को एनर्जी मिलती है और एक्सरसाइज या डेली एक्टिविटीज को पूरा करने में मदद मिलती है.
न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. वेदिका दत्त, एमएससी एंड फूड एंड न्यूट्रीशन एंड एनडीईपी सर्टिफाइड डायबिटेड एजुकेशन की ओर से यह महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सलाह दी गई है.