Pillows Expire date: शायद ही आपने कभी ये सोचा हो कि आपके तकिए की भी एक्सपायरी डेट हो सकती है. यहां बताया गया है कि आपको कितनी बार अपना तकिया बदलना चाहिए. तकिए का प्रकार, उसकी देखभाल, और आपकी ज़रूरतों के हिसाब से आपको इसे जल्दी या बाद में बदलने की ज़रुरत हो सकती है.
बिस्तर पर अच्छी नींद के लिए तकिया बहुत अहम रोल निभाता है. जैसे हर चीज की एक एक्सपाइरी डेट होती है वैसे ही आपकी काम की ये चीज भी अपनी मियाद पूरी करती है.
कुछ लोगों को पता ही नहीं चलता कि ये कभी-कभी आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. हर बॉडी की बहुत सी परेशानी को इग्नोर कर देते हैं जिनका कारण तकिया भी हो सकता है.
पारंपरिक तकिए को आम तौर पर हर 1 से 2 साल में बदलना चाहिए. वहीं, मेमोरी फ़ोम तकिए का जीवनकाल लंबा होता है और अक्सर 3 साल या उससे ज़्यादा समय तक चलता है. वहीं, पॉलिएस्टर तकिए को हर 6 महीने से 2 साल के बीच बदलना चाहिए. हालांकि तकिए का एक्सपायर हो जाना उसमें भरे फाइबर पर निर्भर करता है.
जो तकिए हल्की क्वालिटी के फाइबर से बने होते हैं उनको छह महीने में बदल लेना चाहिए. वहीं अच्छे फेदर से बना तकिया कई सालों तक चलता है.
तकिए को नियमित रूप से धोना और तकिए के कवर का इस्तेमाल करना उसकी उम्र बढ़ाने में मदद करता है.
अगर आपको गर्दन में दर्द, छींक आना, सोने की स्थिति में बदलाव, दुर्गंध, रंग में बदलाव, गांठ और लचीलापन की कमी जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो आपको अपना तकिया बदल लेना चाहिए. त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार हर 1-2 साल में तकिया बदल लेना चाहिए.
तकिए की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ‘किसी भी तकिये का इस्तेमाल एक सीमीत समय तक करना ही सही है. अगर आपका तकिया शेप खो रहा है, गांठदार दिख रहा है या रंग बदल रहा है, तो इस स्थिति में तकिये का इस्तेमाल न करें. इस तरह के तकियों में न केवल बैक्टीरिया का जमाव रहता है, बल्कि इनकी शेप गर्दन में दर्द का कारण भी बन सकती है.
लंबे समय तक इस तरह के तकिये का इस्तेमाल करने से बॉडी पोस्चर भी खराब हो सकता है. यह एक संकेत हो सकता है कि इसे जल्द ही बदलने की ज़रूरत है.
पुराने तकियों को आप फेंके नहीं.पालतू जानवरों के बिस्तर, बगीचे में घुटने टेकने के पैड, या नए कुशन के लिए भराई के रूप में यूज कर सकते हैं. प्राकृतिक फाइबर तकिए अगर कपास जैसी सामग्री से बने हों तो उन्हें भी खाद बनाया जा सकता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.