Four Lane Devala To Haroda: सहारनपुर में बेहट रोड पर देवला से पुंवारका होकर हरोड़ा तक 14 किलोमीटर लंबा फोरलेन बनाया जाएगा. जिसके बनकर तैयार हो जाने के बाद शहर को पूरा रिंग रोड मिल सकेगा.
इस सड़क के निर्माण को लेकर हाल ही में अधिकारियों ने पूरे इलाके का जायजा किया. ध्यान दे कि इस फोरलेन के बन जाने के बाद महानगर को पूरा रिंग रोड मिल पाएगा. इससे होगा ये कि शहर में गाड़ियों के आनेजाने पर नियंत्रित रखने में सहुलियत हो सकेगी.
पंचकूला-हरिद्वार हाईवे के बनने के बाद महानगर से भारी गाड़ियों की आवाजाही को बहुत हद तक कंट्रोल किया जा चुका है. यह फोरलेन हरोड़ा (Devala To Haroda) से होकर छुटमलपुर के साथ ही देहरादून-हरिद्वार (Dehradun Haridwar) की होते हुए आगे बढ़ जाएगा जिससे कम से कम समय में सफर किया जा सकेगा और यात्रा का समय कम होगा.
दिल्ली रोड पर चुनहेटी पर दिल्ली-यमुनोत्री फोरलेन (Four Lane) से इस फोरलेन का एक भाग क्रॉस करेगा, तो वहीं दूसरी ओर क्रॉसिंग वाली जगह से महज 600 मीटर की दूरी पर 19 किमी. फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है.
लोक निर्माण विभाग द्वारा 220 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण हो रहा है. फोरलेन बेहट रोड पर स्थित गांवों को छू सकेगा. जनवरी 2023 में ही बेहट रोड से पुंवारका होकर हरोड़ा तक फोरलेन बनाने की मांग पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा ने उठाई थी.
तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) के सामने उठाई गई इस मांग के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) ने तीन महीने पहले ही इसे लेकर एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया.
प्रस्ताव में बेहट रोड से पुंवारका होकर हरोड़ा तक 14 किमी. लंबी फोरलेन बनाने की एक योजना तैयार की गई. ध्यान दें कि 450 करोड़ रुपये इसका अनुमानित बजट तय किया गया था. वहीं, 10 अक्टूबर को प्रशासन के साथ लोक निर्माण विभाग की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए आगे शासन को भेजा गया.
लोक निर्माण विभाग की मानें तो परियोजना का काम एनएचएआई (NHAI) करेगा जिसके अधिकारी इस क्षेत्र का जायजा भी कर चुके हैं और अब ऐसी उम्मीद है कि निर्माण जल्दी ही शुरू हो सकेगा.
जानकारी है कि दी है कि देवला से हरोड़ा तक 14 किमी. फोरलेन एनएचएआई बनाएगा. एनएचएआई को लोक निर्माण विभाग के तैयार प्रस्ताव को भेजा गया है.
यह फोरलेन (Four Lane) सड़क बनने से सफर का समय तो कम होगा ही शहर के आसपास के इलाकों में यातायात सुविधा पहले से और बेहतर हो सकेगी. यह परियोजना क्षेत्रीय विकास बढ़ावा देगी.