Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि के दौरान भक्त देवी दुर्गा की कृपा पाने के लिए उपवास रखते हैं...इस बार नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होने जा रही है...इन दिनों लोग मां की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं...कुछ नियम हैं जिनका पालन करना चाहिए...इनमें से एक हैं रिफाइंड और तेल की जगह देसी घी का प्रयोग...
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Shardiya Navratri 2023: हिंदू संस्कृति में नवरात्रि का बहुत महत्व है. नौ दिन के नवरात्रों को पूरे देश में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है. इसमें नौ दिनों तक व्रत रखने के साथ ही माता के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं और इनका समापन 24 अक्टूबर को होगा. नवरात्रि के नौ दिनों में भक्त मां की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. एक चीज जो नवरात्रि उपवास में खासतौर से शामिल की जानी चाहिए वह है शुद्ध देसी घी. नवरात्रि में घी खाना परंपरा है या स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. इन दिनों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना चाहिए.
शारदीय नवरात्रि पर्व का शुभारंभ
15 अक्टूबर 2023, रविवार
शुद्ध देसी घी का धार्मिक महत्व
सनातन धर्म में देसी घी को शुद्ध यानी पवित्र माना गया है. इसलिए किसी भी तरह के व्रत में रिफाइंड या सरसों के तेल का इस्तेमाल करना मना किया जाता. पूजा-पाठ में भी देसी घी ही इस्तेमाल किया जाता है.
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पोषक तत्वों से भरपूर देसी घी
देसी घी सिर्फ खाली कैलोरी का स्रोत नहीं है, ये एक न्यूट्रिशन का पावरहाउस है. देसी घी शुद्ध होने के साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर होता है. घी में न्यूट्रिशन से लेकर विटामिन ए, डी, ई और भरपूर मात्रा में मिनरल पाए जाते हैं. घी हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है. यह स्किन को भी ड्राई होने से बचाता है. विटामिन-डी हड्डियों के लिए, विटामिन-ई स्किन के लिए और विटामिन-के खून को थक्के जमने के लिए आवश्यक है.
बॉडी में एनर्जी
शारदीय नवरात्रि के साथ ही सर्दी का मौसम शुरू हो जाता है. ऐसे में घी का सेवन हेल्थ के लिए लाभदायक होता है. इसे खाने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है, जिसे आपको थकान या सुस्ती महसूस नहीं होती. दिन भर बॉडी थकती नहीं है. साथ ही हेल्दी फैट रहता है, जो सेहत को लाभ पहुंचाता है.
पाचन तंत्र फिट
नवरात्रि में 9 दिनों के व्रत के दौरान अक्सर लोगों का पाचन तत्व बिगड़ जाता है. इसमें कब्ज से लेकर गैस की दिक्कत होने लगती है. ऐसे में देसी घी का सीमित मात्रा में नियमित सेवन इन सभी समस्याओं को दूर रखता है. देसी घी पाचन तंत्र को चिकनाई देने में सहायता करता है. घी कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी की समस्याओं को रोकने में मददगार है.
पेट रहता है भरा
व्रत के दौरान कुछ लोगों को बहुत ज्यादा भूख लगने लगती है. इस कारण लोग ओवर इटिंग का शिकार भी हो जाते हैं. इसलिए देसी घी का सेवन भूख को रोकने का काम भी करता है. इससे पेट काफी समय तक भरा सा रखता है.
बढ़ाता है स्वाद
देसी घी खाने में स्वाद और सुगंध दोनों बढ़ाता है. यह खाने में शुद्धता मिलाने के साथ ही परंपरा अनुसार, मन को शांति देता है. यह न केवल आपके शरीर को एनर्जी देगा बल्कि आपके अनुभव को भी बढ़ाएगा.
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