Supari Ke Upay: किसी भी देवी-देवता की पूजा या धार्मिक कर्मकांड में सुपारी को जरूर शामिल किया जाता है क्योंकि इन्हें गौरी-गणेश का रूप माना जाता है. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के विकार और परेशानियों को दूर करने में सुपारी के उपाय बेहद कारगर होते हैं.
पूजा की सुपारी पर जनेऊ चढ़ाने के बाद वह गौरी-गणेश का रूप मानी जाती है. इस अखंडित सुपारी को तिजोरी में रखने से घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है, जिससे सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है.
पूजा के बाद सुपारी को धागे में लपेटकर, अक्षत और कुमकुम चढ़ाकर तिजोरी में रखना अत्यधिक लाभकारी होता है. इसे रखने से व्यापार और धन में वृद्धि होती है, और घर में सुख-समृद्धि आती है.
शनिवार की रात पीपल के पेड़ की पूजा करके सुपारी और एक रुपये का सिक्का पेड़ के पास रखें. अगले दिन पेड़ का पत्ता लाकर उस पर सुपारी रखकर तिजोरी में रखने से व्यापार में बढ़ोत्तरी होती है.
पान के पत्ते पर सिन्दूर और घी से स्वस्तिक बनाएं और उस पर कलावे में लिपटी सुपारी रखें. इस सुपारी की पूजा करने से घर में सफलता के नए द्वार खुलते हैं और समृद्धि आती है.
अगर कार्य बार-बार असफल हो रहा हो, तो काम करते समय एक लौंग और सुपारी साथ रखें. लौंग को मुंह में चूसें और सुपारी घर लौटने पर गणेशजी के सामने रख दें, इससे कार्य की सफलता सुनिश्चित होती है.
पूर्णिमा के दिन सुपारी को चांदी की डिब्बी में अबीर लगाकर पूजा स्थल पर रखें. यह उपाय घर में मंगल कार्य जल्दी कराने में सहायक होता है और घर का वातावरण शुभ बनाता है.
हल्दी, कुंकुम और चावल लगाकर सुपारी पर मौली लपेटें और गुरुवार के दिन इसे विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में छुपाकर रखें. इससे अविवाहित कन्या के विवाह के योग बनते हैं और विवाह संबंध जल्दी पक्का होता है.
किसी भी मांगलिक कार्य से पहले सुपारी को बोलकर लाल कपड़े में बांधकर छुपा दें. कार्य के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद सुपारी को गणेश मंदिर में रखकर भगवान को धन्यवाद दें.
जब घर से कोई व्यक्ति तीर्थ यात्रा पर जाए, तो तुलसी के गमले में सुपारी गाड़ दें. यात्रा के बाद सुपारी को धोकर किसी मंदिर में चढ़ा देने से यात्रा सफल और सुरक्षित होती है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.