Paush Putrada Ekadashi: पौष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी पुत्रदा एकादशी कही जाती है. इस दिन व्रत रखने से विष्णुजी की विशेष कृपा पाई जा सकती है.
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ विष्णवे नम:
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवा
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ नमो नारायण
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ नारायणाय नम:
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:
पौष पुत्रदा एकादशी पर इस मंत्र का पूरे मन से जाप कर सकतें हैं- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
पौष पुत्रदा एकादशी पर पीले चावल, चने की दाल के साथ ही केला, गुड़, पीले वस्त्र आदि जरूरतमंदों को दान करना लाभकारी होता है. पीपल के वृक्ष को जल अर्पित कर दीया जलाने से भगवान विष्णु की कृपा बरसती है और घर में सुख समृद्धि आती है.
पौष पुत्रदा एकादशी के दिन अगर विष्णु जी के साथ मां तुलसी की पूजा की जाए जोकि मां लक्ष्मी स्वरूपा हैं तो आर्थिक समस्याएं नष्ट होती है. शाम के समय तुलसीजी की वेदिका पर घी का दीया जालाए और 5 या 11 बार परिक्रमा करें, लाभ होगा.