hariyali teej 2024: हरियाली तीज पर महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है. अगर इस दिन आपको पीरिएड़्स हो जाए तो ज्योतिष में कुछ उपाय हैं जिनसे आप अपनी पूजा का फल प्राप्त कर सकती हैं.
हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे वर की प्राप्ति के लिए कुंवारी लड़कियां तीज का व्रत रखती है. इसका महत्व करवाचौथ जैसा ही है.
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है. इस बार हरियाली तीज का पर्व 7 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा. महिलाएं पूरी तरह से तैयार होकर इस व्रत को करती हैं. लेकिन..
आप हरियाली तीज का व्रत रखने वाली हैं और आपकी पीरिएड्स की डेट भी उसी दिन है तो क्या करना चाहिए. आइए जानते है.
आपके लिए ये जानना जरूरी है कि क्या मासिक धर्म के दौरान हरियाली तीज का व्रत या पूजा कर सकते हैं या नहीं. क्योंकि हम हमेशा अपने बड़े बुजुर्गों से सुनते आ रहे हैं कि पीरियड्स या माहवारी में महिलाओं को मंदिर नहीं जाना चाहिए. पूजा नहीं करनी चाहिए.
ज्योतिष के अनुसार हरियाली तीज का व्रत आप पीरिएड्स में भी रख सकती है. इसके लिए कुछ नियम हैं जिनका पालन करना चाहिए.
मासिक धर्म के दौरान आप पूजा आप नहीं कर सकती पर घर के किसी सदस्य का सहयोग ले सकती हैं. मतलब पूजा का सारा काम घर के सदस्य कर सकते हैं.
ज्योतिष के अनुसार तीज के व्रत के दौरान मासिक धर्म हो रहा है तो पूजा नहीं करनी चाहिए. आप घर के किसी सद्स्य से अपने नाम की पूजा करा सकते हैं.
सुहागिन महिलाएं सुहाग यानी पति की सलामती और उनकी लंबी उम्र के लिए व्रत करती है. हरियाली तीज पर शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.
सुहागिन महिलाएं की तरह कुंवारी कन्याएं भी अच्छा मनचाहा वर पाने के लिए हरियाली तीज का व्रत रखती हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से अच्छा वर मिलता है.
ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से सुहागिनों को सौभाग्यवती का जीवन और पतियों को लंबी उम्र मिलती है. कुंवारी लड़कियों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है.
हरियाली तीज की पूजा के दौरान आप शामिल हो सकती है. मंदिर वाली जगह से दूर बैठें. इस दौरान इस बात का ध्यान रखें कि पूजा की किसी भी सामग्री को नहीं छूना है. ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.