बुध और शुक्र ग्रहों को नवग्रह में शुभ माना गया है. बुध को जहां बुद्धि का कारक माना गया है तो वहीं शुक्र शारीरिक सुख, मान समान्न के कारक ग्रह हैं.
बुध और शुक्र की जब किसी राशि में युति होती है तो यह जातकों के लिए शुभ साबित होती है. इनकी युति से नए साल में मीन राशि में लक्ष्मी राजयोग बनेगा.
शुक्र ग्रह का 28 जनवरी 2025 को मीन राशि में गोचर होगा. यह 31 मई तक इसी राशि में रहेंगे.
बुध को ग्रहों का स्वामी कहा जाता है. इसका गोचर 27 फरवरी रात 11 बजकर 46 मिनट पर मीन राशि में होगा. इसके बाद 7 मई को बुध मेष राशि में प्रवेश होगा.
साल 2025 में बुध और शुक्र ग्रह मीन राशि में मिलेंगे. 27 फरवरी रात 11 बजकर 46 मिनट पर दोनों एक साथ होंगे. जिससे यह राजयोग बनेगा. 7 मई को बुध के मेष राशि में गोचर करने के साथ यह योग खत्म होगा. यानी कुल 69 दिन लक्ष्मी नारायण योग रहेगा.
बुध और शुक्र ग्रह मीन राशि में युति से बनने वाला लक्ष्मी नारायण योग कई राशियों के लिए मंगलकारी साबित हो सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.
मेष राशि के जातकों के लिए लक्ष्मी नारायण राजयोग शुभ साबित हो सकता है. इस राशि के 12वें भाग में राजयोग बनेगा. जिससे मान सम्मान में वृद्धि होगी. करियर में सफलता मिलने के योग बनेंगे. परिवार का माहौल अच्छा होगा. पैतृक जमीन से फायदा हो सकता है.
बुध और मीन की युति से मिथुन राशि के 10वें भाग में यह राजयोग बनेगा. इस राशि के जातकों के भौतिक सुख में इजाफा होगा. नौकरी की तलाश पूरी हो सकती है. भाग्य का साथ मिलेगा. फिजूलखर्ची से बचेंगे. नौकरीपेशा हैं तो सीनियर्स का सहयोग मिलेगा.
मीन राशि के लगन भाव में यह युति बन रही है. जो इस राशि के जातकों को इस योग का फायदा मिल सकता है. अगर आप निवेश किया है तो इससे अच्छा प्रॉफिट मिल सकता है. बिजनेस में पार्टनर का सहयोग मिलेगा.
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