Akshaya Tritiya kab hai: 2024 में कब है अक्षय तृतीया? नोट करें तिथि और शुभ मुहूर्त
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2123053

Akshaya Tritiya kab hai: 2024 में कब है अक्षय तृतीया? नोट करें तिथि और शुभ मुहूर्त

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय ​तृतीया के दिन शुभ कार्य करने पर स्वंय लक्ष्मी मां अपना आशीर्वाद देती हैं और व्यक्ति को जीवन में कभी धन, दौलत और सुख-समृद्धि की कमी नहीं होती. जानते हैं इस साल अक्षय तृतीया कब है 


 

 

Akshaya Tritiya 2024

kab hai Akshaya Tritiya 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार साल में कुछ तिथियां ऐसी होती हैं जिन्हें अबूझ मुहूर्त कहते हैं और इस दौरान शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त की जरूरत नहीं पड़ती. अक्षय तृतीया भी अबूझ मुहूर्त में से एक है और हिंदू धर्म में इसे बहुत ही महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार अक्षय तृतीया दूसरे माह वैशाख के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है. अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है. आइए जानते हैं इस साल अक्षय तृतीया कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में. 

Vijaya Ekadashi 2024: कब है विजया एकादशी, जानिए तारीख,शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

 

पूरा दिन होता है शुभ
अक्षय तृतीया के दिन पूरा दिन शुभ होता है. उसके लिए आपको कोई शुभ मुहूर्त या फिर पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है. इस वजह से लोगों को अक्षय तृतीया की बेसब्री से प्रतीक्षा रहती है. अक्षय तृतीया के अवसर पर आप माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनकी कृपा पाने के लिए कई उपाय करते हैं, ताकि आपको धन और वैभव का आशीर्वाद मिल सके. 

Masik Shivratri 2024 List: 2024 में कब-कब है मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि, यहां देखें पूरे साल की लिस्ट

कब है अक्षय तृतीया 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जाएगी.

अक्षय तृतीया 2024 पूजा शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इससे घर में सुख, समृद्धि, वैभव, धन और प्रेम बढ़ता है. अक्षय तृतीया के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा.

अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का अर्थ है जिसका कभी क्षय न हो. यानि जिसका कभी नुकसान न हो. अक्षय तृतीया को शुभ फल देने वाली तिथि माना जाता है. इस दिन कोई भी मांगलिक कार्य कर सकते हैं.य​ह दिन उन लोगों के लिए खास होता है जिनकी शादी की डेट नहीं निकल रही. ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन शादी-विवाह किए जाते हैं क्योंकि इसे अबूझ साया यानि अबूझ मुहूर्त कहते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन स्नान और दान करने का विधान है. इससे आपके अर्जित पुण्य आपके साथ हमेशा बने रहते हैं.  अक्षय तृतीया पर आप जो धन, वैभव, ज्ञान, पुण्य आदि अर्पित करते हैं, उसमें कोई कमी नहीं होती है.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

Shani Uday 2024: कुंभ राशि में उदय होंगे शनि, इन तीन राशियों की चमकेगी किस्मत

Grahan 2024: साल 2024 में कब-कब लगने जा रहा चंद्र और सूर्य ग्रहण, नोट कर लें तारीख और सूतक का समय

 

Trending news