UP-Uttarakhand Tourist Places: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक से बढ़कर एक घूमने वाले स्थान हैं. फिर चाहे वह मंदिर हो, पहाड़ हो, झरना हो या फिर एतिहासिक जगहें. लेकिन आज हम बात करेंगे नेशनल पार्क की.
दुधवा नेशनल पार्क उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मौजूद एक संरक्षित वन क्षेत्र है. यह भारत और नेपाल की सीमाओं के साथ एक बहुत बड़े वन क्षेत्र में फैला है.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से लेकर बहराइच और लखीमपुर खीरी तक फैला हुआ चीताओं के संरक्षण के लिए जगह है. यह भारत की 45वीं टाइगर रिजर्व परियोजना है.
साल 1978 में 5400 वर्ग कि.मी. में फैला एक संरक्षित क्षेत्र है. उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के एक त्रिबिन्दु क्षेत्र में बनाया गया है.
भारत का सबसे पुराना नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में स्थित है. भारत की बाघ परियोजना में आने वाला यह पहला पार्क है.
नवाबगंज बर्ड सैंक्चुअरी जिसका साल 2015 में नाम बदलकर शहीद चन्द्र शेखर आज़ाद बर्ड सैंक्चुअरी रखा गया है. यह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में स्थित है.
उत्तराखंड में नेचुरल तरीके से बना यह पार्क 1982 में नेशनल पार्क घोषित किया था. इस पार्क के अंदर हिमालय की 24 तो पार्क की परिधि में 3 मिलाकर कुल 27 चोटियां आती हैं.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से मात्र 70 कि.मी. की दूरी पर चंदौली जिले में एक खूबसूरत जगह है. चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी अपने खूबसूरत पिकनिक स्पॉट, घने जंगलों और राजदरी, देवदारी और नौगढ़ झरने जैसे सुंदर झरनों के लिए मशहूर है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मौजूद बहुत खूबसूरत इस नेशनल पार्क के पास हर्षिल घाटी जैसा दिल लुभावना शहर भी है. यहां अप्रैल से लेकर अक्टूबर के महीने में लोग भारी मात्रा में घूमने आते हैं.
उत्तराखंड में शिवालिक पर्वतमाला और सिंधु-गंगा के मैदानों के बीच बसा एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है. यहां आने पर आपको प्रवेश टिकट के साथ जंगल सफारी, गाइड और कॉटेज की सुविधा मिलेगी.
फूलों की घाटी नेशनल पार्क उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में स्थित है. इस घाटी को नंदा देवी नेशनल पार्क के साथ साल 1982 में यूनेस्को की तरफ से विश्व धरोहर घोषित किया जा चुका है.