अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसके गांव जनापुर में लोगों की भीड़ जुट रही है. अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने बताया कि उनके बेटे के खिलाफ सूरत में सिर्फ एक ही केस था.
पिता धर्मराज सिंह ने बताया कि अनुज तीन मई को घर आया था और चार जून को चला गया था. उनका दावा है कि सुल्तानपुर घटना वह शामिल नहीं हो सकता.
सपा अध्यक्ष द्वारा एक विशेष जाति के एनकाउंटर पर सवाल खड़े जाने पर अनुज के पिता धर्मराज ने कहा कि अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई, ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया.
धर्मराज सिंह ने कहा कि जिन पर 35 से 40 केस हैं, वह खुले में घूम रहे हैं. वहीं जिसके ऊपर एक केस है उसका एनकाउंटर किया जा रहा है. सरकार की मर्जी है, चाहे जो कराए.
अनुज प्रताप सिंह की बहन का दावा है कि सुल्तानपुर में घटना वाले दिन वह सूरत में था. बहन का दावा है कि 28 अगस्त की रात 10 बजे फोन पर बात हुई, उन्होंने बताया कि सूरत में एक केस चल रहा उसके सिलसिले में वहीं रह रहा था.
अनुज के एनकाउंटर के बाद उसकी बहन का 10 सितंबर का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें अनुज की बहन कह रही है कि उसकी मां की तीन साल पहले मौत हो चुकी है.
घर में पिता रहते थे. बहन का दावा है कि पुलिस उनके पिता धर्मराज को भी उठा ले गई थी. पहले पुलिस सुल्तानपुर ले गई, इसके बाद उन्हें मोहनलालगंज ले गई.
बहन ने पिता को छुड़ाने के लिए योगी सरकार से न्याय की भी गुहार लगाई थी. अनुज की बहन का दावा है कि पुलिस उनके पिता को 12 दिनों तक कस्टडी में रखी.