हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) कहते हैं. जब दिल की मांसपेशियों को उचित मात्रा में खून नहीं मिल पाता है, तो हार्ट अटैक आता है. दिल की मांसपेशियों तक खून की सप्लाई को दोबारा बहाल करने में जितना ज्यादा वक्त लगेगा, दिल की मांसपेशियों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा और मरीज के लिए खतरा भी उतना ही ज्यादा बढ़ जाएगा.
संतुलित आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स हों. इससे दिल की बीमारी का जोखिम कम होगा. प्रोसेस्ड और ट्रांस फैट्स से दूरी बनाना ही फायदेमंद है.
जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापा दिल के दौरे का जोखिम बढ़ाता है. हेल्दी वजन बनाए रखने के लिए डाइट पर ध्यान दें और साथ ही फिजिकल एक्टिविटी को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं.
रोज एक्सरसाइज तो आपकी दिल की सेहत को स्वस्थ रखने का काम करती है और दिल की बीमारी का जोखिम भी कम करती है. कम से कम रोज आधा घंटा मध्यम इंटेन्सिटी का वर्कआउट करने की कोशिश जरूर करें.
स्मोक करने की आदत भी दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाती है.अगर आप स्मोक करते हैं, तो इस आदत को खत्म करने के लिए काम करें, जिससे आप न सिर्फ दिल के दौरे, बल्कि कई सारी बीमारियों से भी बच सकते हैं.
क्रॉनिक या फिर लंबे समय तक तनाव में रहना दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाता है. तनाव और बेचैनी को मैनेज करने के लिए स्वस्थ तरीके अपनाएं. जैसे योग, ध्यान करना, अच्छी नींद लेना या फिर थेरेपिस्ट से बात करना.
एक उम्र के बाद नियमित रूप से बॉडी चेकअप करवाना जरूरी हो जाता है. इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल और दूसरी कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है.
दिल की बीमारी को दूर रखने के लिए रोजाना शारीरिक गतिविधि महत्वपूर्ण है. कार्डियोवस्कुलर मेडिसिन में फ्रंटियर्स में एक अध्ययन में लगातार व्यायाम और दिल मृत्यु दर के कम जोखिम के साथ-साथ दिल की बीमारी के विकास के बीच एक लिंक पाया गया है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन हर दिन कम से कम 150 मिनट की मीडियम चाल या 75 मिनट तेज चाल चलने की सलाह देता है.
नींद सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर में से एक है, जिस पर अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता है. शोध से पता चला है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, उन्हें दिल का दौरा, डायबिटीज और डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है. करंट कार्डियोलॉजी रिव्यू में प्रकाशित एक अध्ययन सहित कई अध्ययनों में कहा गया है कि आपके दिल की सेहत को नियंत्रण में रखने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है.