Satyanarayan Pooja: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. भगवान विष्णु की इस दिन पूरे विधान से पूजा की जानी चाहिए.
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है.
पूर्णिमा तिथि पर, पूर्णिमा के दिन, सत्यनारायण व्रत मनाया जाता है इस ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को भी सत्यनारायण भगवान की पूजा का आयोजन अपने घर में कर सकते हैं.
पूर्णिमा तिथि के दिन अगर सत्यनारायण पूजा कराएं तो भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
सत्यनारायण पूजा का घर में इस दिन आयोजन करने से भक्तों को पुण्य फल प्राप्त होते हैं और मनोवाछित इच्छा पूरी होती है.
पूर्णिमा तिथि 21 जून को सुबह 7 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रही है और अगले दिन 22 जून को 6 बजकर 37 मिनट तक रहने वाली है. व्रत 21 जून को रखा जाना है.
वहीं, सत्यनारायण पूजा करवाना है तो इसके लिए शुभ मुहूर्त 22 जून है. पूजा का आयोजन करान 22 जून को ही करना सही हो सकता है.
सत्यनारायण कथा जब भी करें, ध्यान रखें कि पूजा पूरे परिवार के साथ बैठकर सुनें और सुनाएं. इससे भगवान विष्णु की कृपा पूरे परिवार पर बरसेगी.
पूर्णिमा के दिन अगर सत्यनारायण भगवान की कथा करें तो घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है.
सत्यनारायण भगवान की पूजा पूरी हो जाए तो भक्तों में प्रसाद वितरित करें व कन्याओं और जरूरतमंद लोगों को कुछ न कुछ दान जरूर करें.
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