दरअसल, बिहार के रास्ते यूपी के बलिया तक नया हाइवे बन रहा है. इसका नाम राष्ट्रीय राजमार्ग 727-बी है.
जानकारी के मुताबिक, अब नए राष्ट्रीय राजमार्ग को वाराणसी-बलिया के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा.
राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए निर्माण वाले क्षेत्रों में पड़ने वाले पेड़ों की कटाई भी वन विभाग की ओर से शुरू कर दी गई है.
वहीं, मुआवजा वितरण को लेकर तहसील प्रशासन ने सड़क किनारे के भू-स्वामियों को नोटिस जारी कर दिया है.
इसमें कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील के हजारों किसानों को भी फायदा होने वाला है.
तमकुहीराज तहसील के हजारों किसानों की जमीन इस हाइवे पर पड़ रही है. ऐसे में उन्हें मोटी रकम मुआवजे के रूप में मिलेगी.
नए नेशनल हाईवे के बन जाने से बलिया, वाराणसी आदि शहरों की दूरी करीब 60 से 100 किलोमीटर तक कम हो जाएगी.
तमकुहीराज तहसील में इस हाईवे का लगभग 10 किलोमीटर हिस्सा पड़ेगा. वन विभाग ने पेड़ों का कटान शुरू कर दिया है.
तमकुहीराज से बिहार के भोरे, भटनी बाजार, सलेमपुर, बेल्थरा रोड होते हुए बलिया तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण होना है.
नए राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए सर्वे और सीमांकन के बाद भू-स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है.
सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निर्देश पर अधिकारियों द्वारा मुआवजा से संबंधित रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
निर्माण के लिए मध्यप्रदेश की संस्था एनएल मालवीय को जिम्मेदारी सौंपी गई है. कार्य में तेजी लाए के निर्देश दिए गए हैं.