बहराइच के महसी महराजगंज में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुआ बवाल बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को एक बार फिर बहराइच में हालात बेकाबू हो गए. दोनों समुदाय के बीच पथराव और फायरिंग में मारे गए राम गोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया.
दरअसल, महसी के महराजगंज में दुर्गा पूजा पंडाल लगाया गया था. नवरात्रि समाप्त होने के बाद रविवार शाम को हिन्दू पक्ष के लोग मूर्ति विसर्जन के लिए निकले थे.
गाजे-बाजे के साथ विसर्जन यात्रा निकाली गई थी. जैसे ही यात्रा महाराजगंज कस्बे में अब्दुल हमीद के घर के सामने पहुंची तो विशेष समुदाय के लोग आ गए और डीजे बजाने को लेकर विरोध करने लगे.
आरोप है कि समुदाय विशेष के लोगों द्वारा विसर्जन यात्रा पर पथराव कर दिया गया. पहले से छतों पर रखे पत्थर फेंके जाने लगे. इस पर दूसरे समुदाय के लोगों ने भी पथराव शुरू कर दिया.
कुछ ही देर बाद पथराव के बीच फायरिंग कर दी गई. इसमें 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्र की गोली लगने से मौत हो गई. राम गोपाल को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
इसके बाद महराजगंज इलाके में बवाल शुरू हो गया. दोनों पक्षों ने पथराव और तोड़फोड़ शुरू कर दी. सूचना पर मौके पर भारी फोर्स बुला ली गई. तनावपूर्ण माहौल देखते हुए डीएम और एसपी भी पहुंच गए.
उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस की ओर से लाठीचार्ज भी किया गया. इस दौरान कई दुकानों में आग लगा दी गई. वाहनों में तोड़फोड़ की गई. बवाल में करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए.
रविवार को रातभर तनावपूर्ण माहौल बना रहा. पुलिस फोर्स भी तैनात रही, लेकिन सोमवार को एक बार फिर बवाल शुरू हो गया, जब राम गोपाल का शव गांव पहुंचा.
हजारों की संख्या में ग्रामीण हाथों में लाठी-डंडे और त्रिशूल लेकर शव यात्रा निकाली और तहसील की ओर बढ़े. इस दौरान रास्ते में भीड़ बढ़ती गई. डीएम और एसपी भी पहुंच गए.
गुस्साई भीड़ जैसे ही हाईवे पर पहुंची एक कार में आग लगा दी. कई और वाहनों में तोड़फोड़ की. आगजनी कर दी गई. सीएम योगी भी पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं. सीएम योगी ने डीजीपी से बात की है.
बहराइच में बढ़ते बवाल के बीच हिंसाग्रस्त इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. एडीजी लॉ इन ऑर्डर अमिताभ यश खुद मोर्चा संभालने बहराइच पहुंचे हैं. इस दौरान उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए हाथ में पिस्टल लेकर सड़क पर उतरे.