Namo Bharat Rapid Rail: मेरठ को नमो भारत की सौगात मिल गई और अब बारी है मुरादाबाद की. आने वाले समय में रैपिड ट्रेन जिले से दिल्ली तक दौड़ने लगेगी. रैपिड रेल के शुरू होने से लोगों को तो फायदा होगा साथ ही व्यापार के लिहाज से भी काफी फायदेमंद रहेगा. किसी भी जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट आरआरटीएस की साइट पर जाकर विजिट कर सकते हैं.
यूपी के मुरादाबाद और देश की राजधानी दिल्ली के बीच की यात्रा को आसान बनाने के लिए रैपिड रेल बेहतर विकल्प साबित होगा. मेरठ के बाद मुरादाबाद से दिल्ली को रैपिड रेल से जोड़ने की योजना तैयार है.
मुरादाबाद से दिल्ली रैपिड रेल से जोड़ने की योजना उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बीच यात्रा को सुगम और तेज बनाने के लिए बनाई गई है. इस परियोजना के तहत, मुरादाबाद से दिल्ली के बीच एक रैपिड रेल कॉरिडोर बनाया जाएगा, जो दोनों शहरों के बीच यात्रा को काफी तेज और सुविधाजनक बनाएगा.
16000 यात्री हर घंटे दिल्ली रोड से गुजरते हैं. मुरादाबाद से दिल्ली के सफर में करीब तीन-साढ़े तीन घंटे लगते हैं. करीब 2000 लोग रोज मुरादाबाद से आते-जाते हैं.
भविष्य की जरूरतों को समझते हुए विजन प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इसमें रैपिड रेल भी शामिल है. मुरादाबाद से गजरौला, हापुड़ होते हुए इसे दिल्ली तक ले जाने की योजना है. शासन से मंजूरी मिलने और जरूरी सुधार होने के बाद यह योजना धरातल पर उतरेगी.
हाईवे के ऊपर से होते हुए रैपिड रेल मुरादाबाद से दिल्ली को जोड़ेगी. इससे रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा जिले सीधे जुड़ जाएंगे. शुरुआती रिपोर्ट में रैपिड रेल को मूंढापांडे स्थित हवाई अड्डे के पास से शुरू करने का प्लान है. जोया, गजरौला, हापुड़ आदि ठहराव स्टेशन होने के कारण यहां यात्रियों भी मिलेंगे.
वर्तमान समय में दिल्ली रोड पर एक घंटे के दौरान अधिकतम 15 हजार 996 लोग आते जाते हैं. आने वाले समय में ये संख्या बढ़कर 25 हजार होने का अनुमान है.
ट्रैफिक दवाब के चलते जीरो प्वाइंट पर आईएसबीटी बनाया जाएगा. लिहाजा रैपिड रेड भविष्य की जरूरत के रूप में देखी जा रही है. इसके अलावा शहर में इलेक्ट्रिक बसों और लाइट मेट्रो भी चलाई जाएंगी.
Media रिपोर्ट्स के मुताबिक मुरादाबाद मंडल का कुछ हिस्सा अगले 10 साल में एनसीआर में शामिल हो जाएगा. इसमें गजरौला भी आएगा. आज भी गजरौला में औद्योगिक इकाइयों के अलावा खानपान व शॉपिंग के विभिन्न विकल्प हैं. एनसीआर में आने के बाद विकास को और गति मिलेगी.
मुरादाबाद में पाकबड़ा से जोया तक, जोया से गजरौला तक गजरौला से हापुड़ तक और हापुड़ से गाजियाबाद तक चार चरणों में रैपिड रेल का पथ बनेगा.
इस प्रोजेक्ट के तहत हर डेढ़ किमी पर एक सिग्नल लगाया जाएगा. ज्यादातर रेल फाटकों को बंद कर दिया जाएगा. हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन के लिहाज से इस रेलखंड को तैयार किया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट करीब 10000 करोड़ रुपये का होगा.
रैपिड रेल के अलावा गाजियाबाद-मुरादाबाद-लखनऊ रेलमार्ग को फोर लाइन बनाने के लिए सर्वे अंतिम चरण में है. अगले वित्तीय वर्ष में फोर लाइन का काम शुरू हो सकता है. उत्तर रेलवे का यह पहला रेलखंड है, जिसे फोर लाइन बनाया जाएगा. इससे एक ही समय में ज्यादा ट्रेनें चलाई जा सकेंगी और ट्रेनों की रफ्तार में भी बढ़ोतरी होगी.
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