Kanwar Yatra Muslim Shopkeepers: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों के मालिकों को प्रशासन ने आदेश दिया कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारी अपनी पहचान के साथ करें आदेश का असल भी दिख रहा है.
कांवड़ रूट पर दुकानदारों के लिए एक ऐसा फरमान मुज्जफरनगर प्रशासन ने जारी किया जिस पर घमासान तो छिड़ा लेकिन दुकानदार उस फरमान को मानने भी लगे हैं.
दरअसल दुकानदारों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी पहचान बताते हुए अपनी दुकान पर नाम का बोर्ड लगाएं. हाालंकि इस सियासत तेज हो गई लेकिन कुछ दुकानों पर बोर्ड दिखने भी लगे.
प्रशासन के आदेश का असर है कि कई मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी दुकान पर अपने नाम का बोर्ड अपने ठेले या दुकान पर लटका चुके हैं.
प्रशासन के मुताबिक कावड़ियों में कोई कंफ्यूजन न हो इससे बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है. कोई आरोप-प्रत्यारोप न शुरू हो और कानून-व्यवस्था बनी रहे.
प्रशासन का कहना है कि कांवड़ रूट पर जितनी भी खान-पान की दुकानें हैं, जितने भी होटल, ढाबे या रेहड़ी वाले हैं, उन्हें अपनी दुकान के बाहर अपने नाम का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया है।
मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा रूट पर जो भी रेहड़ी-पटरियों आ रही हैं, खोखे या फल बेचने वाले लोगों ने अपनी रेहड़ी के ऊपर अपने अपने नाम दर्ज किए हैं.
लोगों का कहना है कि प्रशासन की बातों पर अमल किया है. चाय वाले, फल वाले और खाने या पीने की चीजें बेचने वाले दुकानदारों ने बकायदा नाम दुकानों पर लिखा है.
मुजफ्फरनगर के मीनाक्षी चौक पर नॉन वेज होटल है जहां से कांवड़ यात्रा भी गुजरती है. जिसे ध्यान में रखते हुए होटल संचालकों को अपने नाम को सार्वजनिक करने का आदेश था.
जिसका असर ये हैं कि नॉनवेज होटल के बाहर होटल मालिक ने अपने नाम लिखे हैं. ठेलों पर भी नाम की प्लेट लगाई गई है.