Uttar Pradesh Weather Updates: यूपी के कई इलाकों में आसार हैं कि बारिश और ओले गिर सकते हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक चार मार्च से मौसम के सामान्य होने की संभावना है.
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Weather of UP / लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मौसम पल-पल बदल रहा है और एक दिन तेज धूप निकलता है तो दूसरे दिन बादल छाए दिख जाते हैं. एक दिन पहले तक जहां प्रदेश के अलग अलग इलाके में तेज धूप निकल रही थी तो वहीं दूसरे ही पल रात के समय अच्छी खासी ठंड़ पड़ रही थी. अब तो ऐसे आसार दिख रहे हैं कि बारिश भी पड़ सकती है. हालांकि, 29 फरवरी यानी आज के दिन मौसम के शुष्क बने रहने के आसार हैं. अगले महीने के पहले दिन यानी एक मार्च से प्रदेश में बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में 1-3 मार्च तक आंधी चल सकती है और बारिश भी पड़ सकती है. 2 मार्च को पश्चिमी यूपी में ओलावृष्टि होने तक की संभावना जताई गई है. लखनऊ में भी 1 मार्च से बादलों को देखा जा सकेगा. हल्की से मध्यम बारिश 2 से 3 मार्च को होने की संभावना है.
बारिश पड़ने की संभावना
प्रदेश में आज यानी 29 फरवरी को मौसम शुष्क रह सकता है और 1 मार्च से प्रदेश का मौसम फिर से बदल सकता है. मौसम विभाग के अनुसार 1 मार्च को पश्चिमी यूपी में कुछ इलाकों में बारिश व गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. पूर्वी यूपी में पश्चिमी यूपी की अपेक्षा ज्यादा जगहों पर बारिश व गरज के साथ हल्की बारिश की संभावा है. इस दौरान पश्चिमी यूपी के कुछ इलाकों में बारिश पड़ने के आसार हैं. आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही 30-40 किमी/घंटा की स्पीड से तेज झोंकेदार हवा चलने की संभावना है.
1 से 4 मार्च का हाल
वहीं, दूसरी ओर मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के कारण 1 मार्च से यूपी पर इसका असर पड़ सकता है. 2 मार्च की सुबह तक हाल ऐसा हो सकता है कि यह पूर्वी यूपी के कई इलाकों तक फैल सकता है. जिससे रुक-रुक कर बारिश 3 मार्च तक जारी रहने की संभावना है. 4 मार्च से कमी दर्ज की जा सकेगी. 2 मार्च को पश्चिमी यूपी में जगह जगह ओलावृष्टि भी हो सकती है. मौसम बदलने से आसमान साफ हो सकता है व 2-3 दिन में प्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकता है. यह गिरावट 2-3°C की हो सकती है. 2-4°C का उछाल अधिकतम तापमान में आने के आसार है. 1 मार्च के बाद बादलों का आना जाना और बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में कमी आने की संभावना है. न्यूनतम तापमान में वृद्धि भी देखी जा सकती है.