रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का बड़ा फैसला, इन सीटों पर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक
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रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का बड़ा फैसला, इन सीटों पर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक

UP Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के पहले जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक पार्टी ने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक पार्टी ने यूपी की प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.

Raghuraj Pratap Singh

UP Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने बड़ा फैसला लिया है. कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट पर चुनाव नहीं लड़ेगी. बताया गया कि किसी दल से गठबंधन नहीं होने के चलते राजा भैया की पार्टी ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है. 

लोकसभा चुनाव लड़ने का किया था ऐलान 
बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के पहले जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक पार्टी ने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक पार्टी ने यूपी की प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. पार्टी की ओर से कौशांबी लोकसभा सीट पर पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को और प्रतापगढ़ से पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी के चुनाव लड़ने की संभावना थी. हालांकि, अब पार्टी ने इन दोनों सीटों पर चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है. 

2018 में पार्टी का गठन हुआ था 
बता दें कि जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन 30 नवंबर 2018 को हुआ था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पार्टी ने भागीदारी की थी. उस चुनाव में प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह और कौशांबी से शैलेंद्र कुमार को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद जनसत्‍तादल लोकतांत्रिक पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रतापगढ़, प्रयागराज, अमेठी समेत 24 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. कुंडा और बाबागंज में पार्टी को जीत मिली थी. कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया 7वीं बार विधायक चुने गए थे. 

राज्‍यसभा चुनाव में बीजेपी के साथ थे 
गौरतलब है कि हाल ही में यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव के लिए राजा भैया की जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक पार्टी ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया था. इसके बाद गठबंधन को लेकर कयास लगाए जाने लगे. हालांकि, राजा भैया ने किसी ने गठबंधन नहीं किया. 

 

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