Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज के अरैल में 51 करोड़ की लागत से भव्य डोम सिटी तैयार किया जा रहा है. महाकुंभ 2025 के लिए तैयार की जा रही इस सिटी में 44 डोम (dome city being built in mahakumbh) और 176 कॉटेज होंगे जिनमें एक से एक लग्जरी सुविधाएं दी जाएंगी.
अगर प्रयागराज के महाकुंभ नगर की बात करें तो यहां के अरैल क्षेत्र में एक निजी कंपनी के साथ मिलकर पर्यटन विभाग डोम सिटी बना रही है. इस डोम सिटी में हर तरह की सुविधाएं दी जाएंगी जैसे कि लग्जरी कमरे होंगे. धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ ही अन्य आध्यात्मिक सेवाएं भी इसमें शामिल होंगी.
तैयार की जा रही यह लग्जरी कमरे वाली डोम सिटी आधुनिकता, भव्यता और अध्यात्म से जुड़ी दिव्य और भव्य होगी. इस डोम सिटी को 51 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है.
डोम सिटी में रुकने वाले लोगों को एहसास कराया जा सकेगा कि जैसे वो किसी हिल स्टेशन में रुके हैं. यहां से श्रद्धालु महाकुंभ का अद्भुत नजारा देख सकेंगे. इसका अनुभव हिल स्टेशन से महाकुंभ मेला का नजारा देखने का एहसास कराएगा.
डोम सिटी बना रही ईवो लाइफ कंपनी के डायरेक्टर अमित जौहरी ने बताया है कि 15 से 18 फीट की ऊंचाई पर इस डोम सिटी को तैयार किया जाएगा. जिसमें 32x32 के कुल 44 डोम बनाए जा रहे हैं.
डोम सिटी में 360 डिग्री पोली कार्बन शीट के डोम तैयार हो रहे हैं जोकि पूरी तरह से बुलेट प्रूफ व फायर प्रूफ होंगे. इसमें यहां आए श्रद्धालु अत्याधुनिक सुविधाएं ले सकेंगे और 24 घंटे यहीं रहकर अद्भुत कुंभ का नजारा देख पाएंगे.
डोम सिटी में 176 कॉटेज होंगे जो सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे. 16x16 की हर कॉटेज में यहां ठहरे लोगों के एसी, गीजर से लेकर सात्विक आहार उपलब्ध कराया जाएगा.
कॉटेज के किराये की बात करें तो स्नान पर्व के दिन कॉटेज का किराया 81 हजार रहेगा और सामान्य दिनों में किराया 41 हजार होगा. इसी तरह डोम का किराया स्नान पर्व के दिन 1.10 हजार रहेगा और सामान्य दिनों में इसके लिए 81 हजार रुपये पे करने होंगे. डोम की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है. संबंधित वेबसाइट पर जाकर बुकिंग की जा सकती है. https://www.goibibo.com/ पर जाकर भी कॉटेज बुक किया जा सकता है.
प्रयागराज महाकुंभ के इस 1400 स्क्वायर फीट में फैली सिटी में लग्जरी होटल जैसी तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. कॉटेज के वातावरण को आध्यात्मिक बनाए रखने के लिए कई इंतजाम किए जाएंगे.
कॉटेज के वातावरण को आध्यात्मिक बनाए रखने के लिए यहां धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी. खासकर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के साथ ही श्रद्धालुओं को ध्यान रखकर इस डोम सिटी को बनाया जा रहा है.