Kedarnath Dham: अब केदारनाथ यात्रा मार्ग के लिंचोली में मलबे के निचें तीन लोगों के शव मिले हैं. आशंका ये जताई जा रही है कि 31 जुलाई को बादल फटने की वजह से इन तीनों की मौत हो गई है......
Trending Photos
Cloud burst in kedarnath: आज-कल भारी बारिश का सिलसिला जारी है. हम आए दिन बढ़ या मलबा गिरने की खबरें सुनते रहते हैं. ऐसी ही एक खबर हमने केदारनाथ में भी सुनी थी. जहां बादल फटने से कोहराम मच गया था. वहीं अब केदारनाथ यात्रा मार्ग के लिंचोली में मलबे के निचें तीन लोगों के शव मिले हैं. आशंका ये जताई जा रही है कि 31 जुलाई को बादल फटने की वजह से इन तीनों की मौत हो गई है. कुछ मजदूरों ने शवों के मिलने की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने तीनों शवों को बरामद किया.
मजदूरों को मिला शव
दरअसल, गुरूवार को कुछ मजदूर अपना काम कर रहे थे कि तभी उन्हें तीनों के शव मिले. जिसके बाद एसआई प्रेम सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची और सर्च ऑपरेशन शरू किया. बोल्डरों के नीचे दबे शवों को बाहर निकाला गया. इसके बाद जिला पुलिस ने शवों की शिनाख्त की कार्यवाही शुरू की. 31 जुलाई को बादल फटने के बाद केदारनाथ पैदल मार्ग 13 स्थानों पर बुरी तरह ध्वस्त हुआ था. इसकी वजह से अभी भी रास्ता खोलने में समय लग रहा है. लेकिन इससे यात्रा में ज्यादा असर नहीं हुआ है हवाई मार्ग से यात्रा सुचारू है.
13 स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त
अतिवृष्टि की वजह से भीमबली और लिनचोली के बीच केदारनाथ पैदल मार्ग में 13 स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ. गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच पैदल मार्ग सबसे अधिक क्षति हुई है. जंगलों में सबसे ज्यादा मार्ग भीमबली में ध्वस्त हुए थे. जबकि दस स्थानों पर रास्ते पूरी तरह से टूट गया था. जंगल क्षेत्र में 50 मीटर का रास्ता वॉश आउट हो गया था.
और पढ़ें- What is Cloud Bursting in Hindi: क्या होता है बादलों का फटना?, आसान भाषा में समझें