उत्तर प्रदेश से मध्यप्रदेश से रोड कनेक्टिविटी और आसान होने वाली है. दोनों प्रदेशों की राजधानियों को जोड़ने के लिए जल्द एक नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है. यानी दोनों राज्यों के बीच की दूरी को तय करने में लगने वाला समय घटकर आधा रह जाएगा.
इस एक्सप्रेवे के बन जाने के बद लखनऊ और भोपाल की कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी. आने जाने में लगने वाला समय भी कम होगा. बुंदेलखंड को भी इस एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा.
इस एक्सप्रेस वे की लंबाई 600 किलोमीटर होगी. जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को सीधे जोड़ने का काम करेगा.
इसका निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा. इस एक्सप्रेस को बनाने में कुल 11 हजार 300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
इसका पहला हिस्सा कानपुर से करबई तक 112 किलोमीटर का होगा. इसेक बाद करबई से सागर तक यह 223 किलोमीटर का बनेगा. तीसरे हिस्से में इसे सागर से भोपाल तक 150 किलोमीटर का हाईवे बनाया जाएगा.
भोपाल-लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर यूपी और एमपी के बड़े शहरों को जोड़ने का काम करेगा. ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम करेगा.
यह यूपी के कानपुर शहर, कानपुर देहात, हमीरपुर और महोबा से कनेक्ट होगा. जो मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड होते हुए छतरपुर तक जाएगा.
इसका फायदा उत्तर प्रदेश के पर्यटकों को भी मिलेगा. मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के खजुराहो, ओरछा जैसे धार्मिक पर्यटन केंद्र के अलावा पन्ना और नौरादेही टाइगर रिजर्व की राह आसान होगी.
इसके अलावा यह जिन-जिन क्षेत्रों के नजदीक से गुजरेगा. वहां के आसपास के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इस पर 5 साल से काम चल रहा है. अगले साल इसके पूरा होने की उम्मीद है.
लखनऊ से भोपाल की दूरी तय करने में अभी करीब 15 घंटे का समय लगता है जो घटकर आधे के करीब रह जाएगा. यह दूरी 8 घंटों में ही पूरी हो सकेगी. य
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