Ayodhya Darshan: अयोध्या राम मंदिर के मेहमानों को खास उपहार दिया जाएगा. पीएम मोदी समेत सभी मेहमानों को ये 'अयोध्या दर्शन' अविस्मरमीय रहेगा.
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गोरखपुर। अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले मेहमानों को यादगार उपहार भी दिया जाएगा. उनके लिए यह यात्रा अविस्मरणीय रहे, इसका पूरा इंतजाम किया गया है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत् योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे. इन सभी हस्तियों को गीताप्रेस के 'अयोध्या दर्शन' का प्रसाद दिया जाएगा.
धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशक गीताप्रेस ने इस अयोध्या दर्शन पुस्तक माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या का समग्र चित्रण की पहल की है. इस किताब में अयोध्या के इतिहास, वहां के प्रमुख मंदिरों और तीर्थ स्थलों का पूरा विवरण है.
अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के प्रसाद में गीताप्रेस का यह योगदान होगा. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आगंतुकों को श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से प्रसाद दिया जाएगा. उसमें गीता प्रेस की ओर से तैयार पुस्तक-गुच्छ भी शामिल होगा. इस पुस्तक गुच्छ में अयोध्या दर्शन, अयोध्या महात्म्य, कल्याण पत्रिका का श्रीरामांक और गीताप्रेस की डायरी गीता दैनंदिनी होगी.
गीता प्रेस में अयोध्या के खास मेहमानों के लिए 100 पुस्तक गुच्छ तैयार किए गए हैं.अयोध्या दर्शन की 10 हजार प्रतियां भेजी जाएंगी. समारोह के लिए श्रीरामांक की 3000 प्रतियां प्रकाशित की जा रही हैं. यह 1972 में छपे कल्याण के विशेषांक का उन्नत संस्करण होगा. इसमें उस साल के फरवरी व मार्च के साधारण अंकों में छपे सभी लेख और सूर्य वंशावली भी शामिल की जाएगी, जो पुराने विशेषांक में नहीं थी.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से उद्घाटन समारोह के लिए गीताप्रेस को भी आमंत्रण पत्र मिला है. ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल के नाम से पत्र आया है. वो वहां समारोह में उपस्थित रहेंगे और अपनी आंखों से रामलला के विग्रह का उद्घाटन देखेंगे. गीताप्रेस के ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल का कहना है कि सालों के इंतजार के बाद सनातनियों को इच्छा पूरी हो रही है.
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा में गीताप्रेस अयोध्या दर्शन के साथ अन्य कई पुस्तकों को उपलब्ध कराएगा. वितरण के लिए अयोध्या दर्शन पुस्तक की दस हजार प्रतियां भेजी जाएंगी.
गीता प्रेस के प्रबंधक डॉ. लालमणि तिवारी का कहना है कि अयोध्या दर्शन और श्रीरामांक के अलावा गीता प्रेस की अन्य पुस्तकें काफी संख्या में हैं. विशिष्ट अतिथियों के लिए पुस्तकें अलग रहेंगी. श्रीरामांक प्रकाशन चल रहा है. छपने के बाद पुस्तक गुच्छ तैयार कर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेज दिया जाएगा.
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