Adhik maas Ekadashi 2023 Kab hai: 3 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि अधिकमास की परमा एकादशी पड़ रही है और इस मौके पर व्रत रखा जाएगा. आइए इस संबंध में और अधिक जानकारी इस लेख के माध्यम से हासिल करते हैं.
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Adhik Maas Ekadashi 2023: साल 2023 में 24 नहीं बल्कि 26 एकादशी पड़ रही है और इस शुभ संयोग में भक्त व्रत, पूजा आदि करेंगे. दरअसल, इस साल अधिक मास होने के कारण एकादशी भी अधिक है. अधिक मास 18 जुलाई 2023 से शुरू होकर 14 अगस्त 2023 को खत्म हो रहा है. इस अधिक मास को पुरुषोत्तम मास या फिर मलमास के तौर पर भी जाना जाता है.
एकादशी और अधिक मास श्रीहरि विष्णु को समर्पित होता है और जब भी 3 साल बाद अधिक मास पड़ता है तो परमा एकादशी का व्रत रखा जाता है. आइए इस बारे में और जानते हैं. जानते हैं कि अधिक मास की एकादशी का दिनांक, मुहूर्त और महत्व क्या है.
अधिकमास एकादशी 2023 की डेट (Adhik maas Ekadashi 2023 Date)
अधिक मास एकादशी में दो एकादशी है एक पद्मिनी एकादशी और दूसरा परमा एकादशी. यहां पर हम जानेंगे परमा एकादशी के बारे में. परमा एकादशी की बात करें तो साल 2023 में अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर परमा एकादशी पड़ रहा है. यह तिथि साल के 12 अगस्त 2023, दिन शनिवार को यानी पड़ रहा है.
परमा एकादशी 2023 मुहूर्त (Parma Ekadashi 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार देखें तो अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परमा एकादशी पड़ रही है. एकादशी तिथि 11 अगस्त 2023 को सुबह के 05.06 मिनट पर शुरू होकर अगले दिन 12 अगस्त 2023 को सुबह के 06.31 मिनट पर खत्म हो रही है.
पूजा समय - सुबह 07.28 से लेकर सुबह 09.07
परमा एकादशी का व्रत पारण - 12 अगस्त 2023 को सुबह 05.49 से लेकर सुबह 08.19
अधिकमास एकादशी का क्या है महत्व (Adhik Maas Ekadashi Significance)
पुराणों में ऐसा कहा गया है कि अधिकमास में पड़ने वाली एकादशी जोकि पद्मिनी और परमा एकादशी है, इस तिथि पर व्रत रखने से सभी 24 एकादशी, सभी तीर्थों के साथ ही यज्ञों का फल मिल प्राप्त होता है.
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