चार सूत्री मांगों को लेकर एक बार फिर से प्रदेश बेरोजगार फिर से आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं, शहीद स्मारक पर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले महापड़ाव की शुरूआत की गई, टेक्निकल हेल्पर भर्ती में पदों की संख्या 6 हजार करने, पंचायत राज जेईएन भर्ती की विज्ञप्ति जारी करवाने,जूनियर अकाउंटेंट भर्ती को सीईटी से बाहर करने के साथ ही जल्द विज्ञप्ति जारी करने और प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता देते हुए बाहरी राज्यों का कोटा निर्धारित करने या खत्म करने की मांग को लेकर आंदोलन की शुरूआत की गई,,इसके साथ ही 2 अक्टूबर से प्रदेशभर में हर विधानसभा क्षेत्र में आंदोलन की शुरूआत की घोषणा भी की.