धनतेरस के दिन ऐश्वर्य की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी के निमित्त चांदी के बर्तन खरीदे जाते हैं और उन्हें घर पर लाकर पंचोपचार द्वारा पूजन किया जाता है. पंचोपचार यानी श्री गणेश जी, शंकर भगवान, माता दुर्गा, विष्णु भगवान और सूर्यदेव का गंध, पुष्प,धूप, दीप एवं नैवेद्य से पूजन. माना जाता है कि धनतेरस के दिन चांदी से बने बर्तन या वस्तु खरीदने से मां लक्ष्मी वहां प्रसन्न होकर चिर काल तक स्थिर बनी रहती हैं क्योंकि चांदी में लक्ष्मी जी का वास होता है. इसीलिए चांदी की वस्तुएं खरीदने का विशिष्ट महत्व है. चांदी के अतिरिक्त स्वर्णाभूषण भी खरीदे जाते हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) (वीडियो देखने के लिए 5 सेकंड रुकें)