Ashok Gehlot: राजस्थान में अब भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े गए आरोपियों या संदिग्धों के नाम, फोटो या वीडियो तब तक सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे इस फरमान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर कुछ गलत हुआ तो रिव्यू हो सकता है. वही कई मामले ऐसे होते हैं जिसमें अधिकारी झूठा फंसाया जाता है. इसलिए उसे बदनामी का सामना न करना पड़े. इसलिए ऐसा किया जा रहा है कि जब तक यह साबित न हो जाए कि उसने भ्रष्टाचार किया है उसकी पहचान गुप्त रखी जाए. यह सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों का फैसला है. गहलोत ने कहा कि मेरा बस चले तो दुष्कर्म के आरोपियों की खुली परेड करवाई जाए. लेकिन न्यायपालिका का सम्मान करना हमारा धर्म है. (वीडियो देखने के लिए 5 सेकंड रुकें)