उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते 40 दिनों से भी अधिक समय से छुट्टियों पर चल रहे प्रो. अमेरिका सिंह को लेकर अब छात्र नेता लामबंद होने लगे हैं.
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उदयपुरः जिले के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते 40 दिनों से भी अधिक समय से छुट्टियों पर चल रहे प्रो. अमेरिका सिंह को लेकर अब छात्र नेता लामबंद होने लगे हैं. कुलपति के अवकाश पर होने के चलते छात्रों की परेशानियों का हवाला देते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निखिलराज सिंह ने रजिस्ट्रार का ज्ञापन सौंपते हुए विश्वविद्यालय में कार्यवाहक कुलपति को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है. तो वहीं, पूर्व छात्र नेताओं ने भी विश्वविद्यालय के वर्तमान हालत को लेकर चिंता जाहिर की है.
उदयपुर संभाग की सबसे बड़ी और ए ग्रेड यूनिवर्सिटी का दर्जा हासिल करने वाली मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों का भविष्य इन दिनों भगवान भरोसे हैं. 40 दिन से अवकाश पर चल रहे विश्वविद्यालय के कुलपति ने एक बार फिर अपने अवकाश को बढ़ा दिया है. ऐसे में छात्रों की परेशानियों को ना ही काई सुनने वाला है और ना ही उनका समाधान हो पा रहा है. कुलपति के अवकाश बढ़ाने के साथ ही अब वीसी का चार्ज कॉमर्स कॉलेज के डीन प्रोफेसर पीके सिंह को दिया गया है. कुलपति के अवकाश के बाद पीके सिंह तीसरे प्रोफेसर हैं, जिन्हे वीसी का चार्ज दिया गया है.
दरअसल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की ओर से निजी महाविद्यालयों से जीएसटी वसूलने की बात पर रजिस्ट्रार के साथ हुए विवाद, सीकर के गुरूकुल यूनिवर्सिटी की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने सहीत अन्य आरोप लगने के बाद कुलपति अमेरिका सिंह को लेकर विवाद बढ़ते गए. यही नहीं गुरूकुल मामले में उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज हो गई. इसके कुछ समय बाद से ही 19 अप्रैल से अवकाश पर चल रहे हैं. इसके दौरान ना ही वे उनके खिलाफ आई शिकायतों की जाच कर रहे संभागीय आयुक्त के सामने पेश हुए और ना ही राजभवन अपने पक्ष करने के लिए पहुंचे.
कुलपति प्रो. सिंह के इस तरह अवकाश बढ़ाने को लेकर अब विश्वविद्यालय में छात्र राजनिती गरमाने लगी है. छात्रसंघ अध्यक्ष निखिल राज सिंह ने रजिस्ट्रार को एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होने विश्वविद्यालय एक्ट के प्रावधान का हवाला देते हुए रजिस्ट्रार से मांग की कि कुलपति के लम्बे समय से अवकाश पर होने के चलते कार्यवाहक कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू करते हुए राजभवन को पत्र लिखने की मांग की है.
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उन्होने कहा कि कुलपति के अवकाश पर होने से विश्विविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं. वहीं, विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेताओं सिद्धार्थ सोनी ने भी विश्वविद्यालय के वर्तमान हालात पर चिंता जाहिर की. उन्होने कहा कि अगर इसी तरह से विश्विद्यालय का माहौल रहा तो ए ग्रेड हासिल करने वाली यह यूनिवर्सिटी अगले सर्वे में सी ग्रेड पर आ जाएगी. जिसका खामियाजा यहा पढ़ने वाले छात्रों का उठाना पड़ेगा.
Reporter- Avinash Jagnawat