निवाई में 80 एमएम बारिश की वजह से बीसलपुर बांध के गेट 1-1 मीटर खोले, फसलों को नुकसान
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निवाई में 80 एमएम बारिश की वजह से बीसलपुर बांध के गेट 1-1 मीटर खोले, फसलों को नुकसान

बारिश ने फसलों पर कहर बरफाया. लगातार दूसरे दिन भी देर रात तक फसल बर्बादी की बारिश हुई. बीते 24 घंटे में आज सुबह आठ बजे ही जिले में 38 एमएम औसत बारिश हुई है. इससे खेतों मे कटी पड़ी उडद, मूंग, सोयाबीन, बाजरे की फ़सले अस्सी प्रतिशत तक खराब हो गई है.

निवाई में 80 एमएम बारिश की वजह से बीसलपुर बांध के गेट 1-1 मीटर खोले, फसलों को नुकसान

Tonk: जिले में फिर बारिश ने फसलों पर कहर बरफाया. लगातार दूसरे दिन भी देर रात तक फसल बर्बादी की बारिश हुई. बीते 24 घंटे में आज सुबह आठ बजे ही जिले में 38 एमएम औसत बारिश हुई है. इससे खेतों मे कटी पड़ी उडद, मूंग, सोयाबीन, बाजरे की फ़सले अस्सी प्रतिशत तक खराब हो गई हैं. वही बीसलपुर बांध समेत अन्य बांधों, तालाबों में पानी की आवक बढ़ी है. ऐसे में देर रात को ही बीसलपुर बांध है कल दोहपर बाद दूसरी बार खोले गए दोनों गेटों को आधा मीटर से बढ़ाकर एक एक मीटर कर दिया है. वहीं, बनास नदी में पानी की बढ़ने से बनेठा के पास नदी में निर्माणधीन ईसरदा डेम का भी काम तीन दिन बाद ही बंद कर दिया है.

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दो दिन तक रुक- रुक कर कभी तेज तो कभी मध्यम गति से हुई बारिश से बांधों, तालाबों में पानी की आवक बढ़ी है, लेकिन किसानो के लिए यह बर्बादी की बारिश साबित हुई है. अधिकांश खेतों में कटी ऑडी फ़सल खराब हो गई. खेतों में पानी भरने से फ़सले तैरने सी लगी है. करीब सवा तीन माह की तैयार हुई फ़सल दो ही दिन में नष्ट सी हो गई है. अब किसानो की हालत खराब हो गई है. उनकी दीवाली भी सूखी ही मनेगी. यानी कि उनके चेहरे पर त्योहार कि खुशी नजर नहीं आएगी. किसानों की अस्सी प्रतिशत फ़सले खराब हो गई है.

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ये ही नहीं जिसने सरसों की बुआई कर दी है, उन खेतो में पानी भरने से वह भी खराब हो जाएगी. ऐसे में इन किसानों को दुबारा बुआई करनी पड़ेगी. साथ ही अब खेतों में पानी भरने से सरसों की बुआई भी लेट होगी या फिर किसान देरी से बोई जाने वाली फ़सल गेहूं, चना, जो की फसलों को ज्यादा बोएंगे. . सबसे ज्यादा निवाई, लांबा हरिसिंह के आटोली, थड़ी, लड़ी, समेत सोप, टोंक आदि क्षेत्रों में हुई है. करीब अस्सी फीसदी फ़सल खराब हो गई. कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राधेश्याम मीणा ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा में राहत पाने के लिए पी एम फ़सल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबरों पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराये. ताकि फ़सल खराबे का बीमा मुआवजा मिला सके.

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24 घंटे में जिले में बारिश की स्थिति
जल संसाधन के XEN अशोक जैन ने बताया कि जिले में 24 घंटे में आज सुबह 8 बजे तक सबसे ज्यादा बारिश निवाई में 80 एमएम (करीब तीन इंच) व लांबाहरिसिंह में 75 एमएम( तीन इंच) बारिश हुई है. इसी तरह टोंक में 29 एमएम, गलवा रेन गेज सेंटर पर 38 एमएम, ठीकरिया पर 45 एमएम, पनवाड में 5 एमएम, नासिरदा 13 एमएम, पीपलू में 11 एमएम, गलवानिया 56 एमएम, चांदसेन रेन गेज सेंटर पर 40 एमएम बारिश दर्ज की गई है. इसी तरह मासी में 43 एमएम, टोड़ारायसिंह रेन गेज सेंटर पर 20 एमएम, टोरडी सागर पर 51 एमएम बारिश दर्ज की गई है.

बीसलपुर बांध के दोनों गेट एक- एक मीटर खोले

बीसलपुर बांध परियोजना के एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि बीसलपुर बांध में पानी की आवक बढ़ने से बांध के कल दोपहर 3 बजे खोले गए दोनों गेटों को बीती देर रात दस बजे एक - एक मीटर तक खोल दिया है. पहले ये दोनों गेट शुरुआत में आधा आधा मीटर खोले थे.

15-20 दिन ईसरदा डैम का काम बंद रहेगा

ईसरदा डैम प्रोजेक्ट के XEN एमके जैन बताया कि बीसलपुर बांध के गेट खुलने से बनास नदी में पानी की आवक बढ़ गई हैं . इसके चलते आज से काम बंद कर दिया है. अब करीब 15-20 दिन ही ईसरदा डेम का काम बंद रहेगा. पानी की बढ़ी कम होने पर ही काम फिर शुरु किया जाएगा.

Reporter- Purshottam Joshi

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