श्रीगंगानगर: किसानों ने सिंचाई विभाग दफ्तर के बाहर दिया धरना, एक किसान अनशन पर बैठा
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श्रीगंगानगर: किसानों ने सिंचाई विभाग दफ्तर के बाहर दिया धरना, एक किसान अनशन पर बैठा

मुख्य एल एम नहर के नजदीक 6 जे एम के किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर सिंचाई विभाग कार्यालय के आगे सोमवार को धरना शुरू किया. इसके साथ ही किसान बलकरण सिंह आमरण अनशन पर बैठ गया.  .

श्रीगंगानगर: किसानों ने सिंचाई विभाग दफ्तर के बाहर दिया धरना, एक किसान अनशन पर बैठा

श्रीगंगानगर: मुख्य एल एम नहर के नजदीक 6 जे एम के किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर सिंचाई विभाग कार्यालय के आगे सोमवार को धरना शुरू किया. इसके साथ ही किसान बलकरण सिंह आमरण अनशन पर बैठ गया.  . किसानों ने कहा कि जिन काश्तकारों के मोघे सीज करने के आदेश सरकार द्वारा जारी किये गए हैं .उन्हें तुरन्त प्रभाव से सीज किया जाए.

अनशन पर बैठे किसान बलकरण सिंह ने कहा कि मुख्य एल एम नहर के नजदीक 6 जे एम के निवासी है .रकबा एल एम नहर से अलग होकर जे एम नहर पर पड़ता है. टेल पर प्रार्थीगणों को पानी की किल्लत थी .टेल तक पानी बहुत मुश्किल से पहुंचता था. पानी की मुश्किलों को दूर करने के लिए प्रार्थीगणों द्वारा तीन चार माह पूर्व 8 जे एम नहर पर धरना लगाया गया था.

पानी की समस्याओं से निजात पाने के लिए यह धरना लगातार पूरे चार माह चलता रहा. इसके बाद सिंचाई विभाग श्रीविजयनगर के अधिकारियों द्वारा वार्ता करके शांति पूर्ण तरीके से यह धरना समाप्त करवाया गया और काश्तकारों के पानी की समस्या को दूर किया. जिससे नहर के टेल तक पूरा पानी जाने लगा, लेकिन सिंचाई विभाग द्वारा इस समझौते को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया. जिस कारण दोबारा पानी की चोरी होने लगी. जिस कारण जे एम नहर की टेल तक पानी पहुंचने में फिर किल्लत होने लगी. इससे जे एम नहर के काश्तकारों को परेशानी होने लगी और अपनी-अपनी पानी की बारी के दिन नहर की निगरानी करने लगे, लेकिन निराशा ही हाथ लगी.

धरना स्थल पर ये किसान रहे मौजूद

धरना स्थल पर गुरप्रीत सिंह पड्डा, संतवीर सिंह, वीरदीप सिंह, मुख्तयार सिंह, रसप्रीत सिंह, राजू बिश्नोई, विकास बिश्नोई, सुखमंहेदर भुल्लर, गुरभेज सिंह सहित आदि किसान उपस्थित थे. वही धरना स्थल पर बैठे अनशन कारी किसान बल करण सिंह ने बीते दिनों हुए विवाद मामले में अनूपगढ़ पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. और सिंचाई विभाग को इसका जिम्मेदार ठहराया. किसान अनशन कारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलेगा मैं यहीं पर ही मर जाऊंगा लेकिन घर नहीं जाऊंगा. प्रशासन द्वारा पांच सूत्री मांग पूरी नहीं होने तक किसान का अनशन रहेगा जारी.

Reporter- Kuldeep Goyal

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