Sawai Madhopur: आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ,5 जनवरी तक लगेगा कैंप
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Sawai Madhopur: आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ,5 जनवरी तक लगेगा कैंप

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक भरतपुर डॉक्टर सुशील पाराशर ने शिविर को अभूतपूर्व बताया साथ ही अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की. 

Sawai Madhopur: आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ,5 जनवरी तक लगेगा कैंप

Bamanwas: उपखंड मुख्यालय बौंली पर आयुष चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में निशुल्क आयुर्वेद अर्श-भगंदर शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया गया. बामनवास विधायक इंदिरा मीणा ने शिविर का शुभारंभ किया. समारोह पूर्वक आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय चेयरमैन कमलेश जोशी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की.

शिविर के मीडिया प्रभारी डॉ रमाकांत बंसल ने बताया कि 5 जनवरी तक चलने वाले शिविर के दौरान क्षारसूत्र पद्धति से पाइल्स-फिस्टूला,फिशर आदि का ऑपरेशन किया जाएगा.

शिविर में साइटिका,सर्वाइकल पेन, लकवा आदि रोगों की चिकित्सा भी आयुर्वेदिक पद्धति से की जाएगी. शिविर के दौरान पुराने चर्म रोग, घुटनों के दर्द,एड़ी दर्द,कमर दर्द व अन्य व्याधियों का भी उपचार किया जाएगा.शिविर में मरीजों को औषधियां भी दी जाएंगी. शिविर में पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर संतोष कुमार गर्ग,डॉक्टर भानु कुमार त्रिवेदी,अग्निकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर मुकेश कुमार मीणा,शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ डॉक्टर अंजलि मीणा व डॉ विजेंद्र मीणा अपनी सेवाएं देंगे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक भरतपुर डॉक्टर सुशील पाराशर ने शिविर को अभूतपूर्व बताया साथ ही अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की. उपनिदेशक सवाई माधोपुर डॉक्टर हनुमान प्रसाद शर्मा ने भी आयुष चिकित्सा के फायदे बताए. 

एसडीएम बद्रीनारायण मीणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को सभी चिकित्सा पद्धतियों में श्रेष्ठ बताया. चेयरमैन कमलेश जोशी ने स्थानीय आयुष विभाग की समस्याओं से बामनवास विधायक ग्रामीणों को अवगत करवाया.विधायक इंदिरा मीणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एलोपैथिक पद्धति से त्वरित उपचार तो हो जाता है, लेकिन एलोपैथिक दवाओं के काफी साइड इफेक्ट्स होते हैं.जबकि किसी भी रोग को जड़ से खत्म करने में आयुष चिकित्सा पद्धति काफी कारगर है.

ऐसे में सभी को चाहिए कि आयुष चिकित्सा पद्धति का लाभ लें. स्थानीय टीम के मुताबिक गुदा संबंधित रोगों के लिए आयुर्वेद क्षारसूत्र चिकित्सा विधि के परिणाम काफी सकारात्मक रहे हैं.शल्य चिकित्सा के पश्चात रोगों के पुनरावृति की संभावना भी नहीं रहती है.

सवाई माधोपुर जिले का उक्त आयोजन बौंली क्षेत्र में होने से स्थानीय कस्बा वासियों में भी उत्साह देखा जा रहा है.वहीं शिविर के प्रथम दिन ही काफी तादाद में मरीज चिकित्सा शिविर में पहुंचे.कार्यक्रम में चिकित्सक डॉक्टर प्रेम शंकर गुप्ता,डॉक्टर पुरुषोत्तम गौतम, कंपाउंडर जयराम सैनी,मोतीलाल, राजेंद्र प्रसाद सहित कई लोग मौजूद थे.

Reporter-Arvind Singh

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