राजसमंद में आपदा प्रबंधन की बैठक, नाड़ी में डूबने से अब तक 8 बच्चों की हो चुकी है मौत
Advertisement

राजसमंद में आपदा प्रबंधन की बैठक, नाड़ी में डूबने से अब तक 8 बच्चों की हो चुकी है मौत

Rajsamand News: राजसमंद जिले में आए बिपरजॉय तूफान ने जिले में काफी कहर ढाया है, इसी को देखते हुए एक बार फिर राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक ली है.

 

राजसमंद में आपदा प्रबंधन की बैठक, नाड़ी में डूबने से अब तक 8 बच्चों की हो चुकी है मौत

Rajsamand News: राजसमंद में आपदा प्रबंधन की बैठक. कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में संबंधित विभाग के आलाधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में मानसून के समय में सावधानी बरतने का मैसेज ज्यादा से ज्यादा पहुंचने की बात कही गई. बता दें कि तूफान के असर से जिले की नदी,तलाब और नाड़ी पूरी तरह से भर चुकी है. जिसके चलते कई हादसे सामने आ रहे है.

 हाल ही में नाड़ी में डूबने से अब तक लगभग 8 बच्चों की मौत हो चुकी है, ऐसे में मानसून से पहले यह बैठक रखी गई और अधिकारियों को सावधानी बरतने के सख्त निर्देश दिए गए. जिसमें यह भी कहा गया कि स्कूल-आंगनबाड़ी खुलने से पहले पूरी तरह से चेक किया जाए.जो जर्जर अवस्था में हो उसे बंद ही रखा जाए.

 बता दें कि जिला प्रशासन बारिश के समय होने वाली दुर्घटनाओं और आपदाओं को लेकर अलर्ट हैं. कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियां की समीक्षा की. उन्होंने जिले में पानी में डूबने से होने वाली दुर्घटनाओं के मद्देनजर अलर्ट रहने और आवश्यक संसाधन पहले से ही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

कलेक्टर ने कहा कि बारिश के समय अक्सर ही विभिन्न इलाकों से दुर्घटनाएं सामने आती हैं, ऐसी दुर्घटनाओं को रोकना हमारा दायित्व है और इसके लिए सभी को मिलकर हर संभव प्रयास करने होंगे.

 कलक्टर ने कहा कि अभी से ही सुनिश्चित कर लें कि आपदा से निपटने के लिए हमारे पास हर आवश्यक संसाधन हो। इसके अलावा जिन स्थानों पर पूर्व में घटनाएं हुई हैं,वहां भी पर्याप्त साइनेज लगाकर प्रचार प्रसार करें. अक्सर ओवरफ्लो होने वाले नदी नालों पर चेतावनी बोर्ड लगाएं तथा गोताखोर उपलब्ध रखें.उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल स्त्रोतों के पास व ऐसे जल स्त्रोत जो कि दूरस्थ गांवों में मौजूद हैं.

 ऐसे में दुर्घटना की संभावना रहती है, वहां पर चेतावनी चिन्ह लगाया जाए। धार्मिक स्थानों पर मौजूद जल स्त्रोतों पर भी चेतावनी चिन्ह लगाकर लोगों को उसके पास न जाने के बारे में बताया जाए. जिला कलेक्टर सक्सेना ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को जल्द टूटे हुए विद्युत तार एवं पोल चिन्हित कर ठीक करने के निर्देश दिए.

 उन्होंने यह भी कहा कि इस बात का अधिक से अधिक लोगों तक प्रचार प्रसार किया जाए कि सांप काटने की दवाई अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर भी उपलब्ध है. 

अधिकारियों को ग्राम पंचायत स्तर पर गोताखोरों की सूची बनाने और ज्यादा पानी आने पर बांध के आसपास मिट्टी के कट्टो की व्यवस्था रखने व बांध क्षतिग्रस्त होने पर उसकी मरम्मत के लिए मजदूर तैयार रखने और टूटी हुई सड़क व पुलिया की मरम्मत करने के भी दिशा निर्देश दिए. बैठक में राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, एडीएम रामचरण शर्मा, एसडीएम बृजेश गुप्ता, जिला परिषद सीईओ राहुल जैन सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें- बाड़मेर में नर्सिंग कॉलेज बिल्डिंग की छत गिरी, स्टाफ ने भागकर बचाई जान, कहा बच गए!

 

Trending news