Pratapgarh News:राजस्थान के प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय के पांच किलोमीटर के दायरे में कृषि भूमि पर हुए अवैध आवंटन का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ है.इस संबंध में पीड़ित परिवार के सदस्य व कांस्टेबल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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Pratapgarh News:राजस्थान के प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय के पांच किलोमीटर के दायरे में कृषि भूमि पर हुए अवैध आवंटन का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ है कि एक बार फिर सोशल मीडया पर एसटीएसी की जमीन को गलत तरीके से स्वर्ण के नाम पर ट्रांसफर करने के विवाद ने तूल पकड़ लिया.
शहर के अरनोद रोड स्थित बनेडिया खुर्द में एक कृषि भूमि पर कब्जे को लेकर शहर कोतवाल तेजकरण चारण की ओर से एक परिवार के लोगों को धमकाने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में पीड़ित परिवार के सदस्य व कांस्टेबल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वायरल वीडियो में कांस्टेबल हीरालाल मीणा ने बताया कि भूमाफियाओं द्वारा शहर कोतवाल तेजकरण चारण की मदद से अरनोद रोड के बरडिया खुर्द गांव में अम्बालाल पुत्र कारू मीणा के दादा चौथिया पुत्र मकना की जमीन पर खेती करने की बात कही जा रही है.
वीडियो में अम्बालाल मीणा का बेटा हीरालाल शुक्रवार देर रात को शहर कोतवाल तेजकरण चारण की ओर से विवादित भूमि पर अपना हक जता रहे भूमाफियाओं के साथ मिलकर उक्त जमीन पर जेसीबी और ट्रेक्टर की मदद से तोड़फोड़ की ओर देर रात को बिना राजस्व टीम की मदद के जमीन पर तोड़फोड़ करने के साथ उसके पिता अम्बालाल और उसके दो भाइयों को पुलिस ने गलत तरीके से थाने में बिठाने का आरोप भी वीडियों में लगाया है.
गौरतलब है की खेत मे फसल की को नुकसान पहुंचाने का वीडियो भी पीड़ित परिवार की ओर से वायरल किया गया है.वीडियों में हीरालाल भूमाफियां और पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज होकर आत्महत्या करने की भी बात कर रहा है.
हीरालाल ने वीडियो बना कर शहर कोतवाल पर मोटी रकम लेकर भूमाफियां का साथ देने की भी बात कही है. जिले में एक ओर राजस्व मंत्री के पिता और पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा आदिवासियों को उनकी जमीन का हक दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रहे है ओर दूसरी ओर इस तरह पुलिस की मदद से गलत ढंग से रात के अंधेर में की गई इस कार्रवाई पर भी कई सवालियां निशान खड़े हो रहे है.
उक्त जमीन पर पिछले लम्बे समय से विवाद चल रहा था सात मई को ही संभागीय आयुक्त ने उक्त जमीन पर फैसला सुनाते हुए एसटीएसी की जमीन के स्वर्ण के नाम पर चढ़ने को गतल बताया था. हांलाकि उक्त जमीन विवाद के विपक्षी पक्ष द्वारा अजमेर रेवन्य बोर्ड से उक्त फैसले को रुकवा दिया है.
लेकिन पुलिस द्वारा इस तरह से रात के अंधरे में बिना राजस्व टीम की मदद पर की गई कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे है. अम्बालाल के बेटे का कहना है की उक्त जमीन का विवाद अम्बालाल मीणा और गौरव सालगिया के बिच चल रहा था. इस बिच गौरव सालगिया ने उक्त जमीन को अविश पुत्र सुरेंद्र कुमार बोर्दिया, अंजलि पत्नी अविश बोर्दिया, मधुबाला पत्नी सुरेंद्र कुमार बोर्दिया, इमरान पुत्र मकसूद मेव, वसीम पुत्र मकसूद मेव और जन्नत बेगम पत्नी मकसूद मेव निवासी प्रतापगढ़ को बेच दिया था.
तब से ही यह लोग जमीन पर कब्जे की नियत से लगातार विवाद पैदा कर रहे है. वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व विधायक राममला मीणा ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए सीआई तेजकरण चारण को हटाने की मांग की है.
वीडियो वायरल होने पर पुलिस महकमे में भी हडक़ंप मच गया है. इस संबंध में पुलिस उप अधीक्षक हेरंब जोशी ने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसा है तो जांच कराई जाएगी.
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