Travel Story: राजस्थान का उदयपुर ऐसा शहर है जो उत्कृष्ट और शानदार महलों के लिए प्रसिद्ध है. अगर आप उदयपुर पर्यटन स्थल की यात्रा करने आऐंगे, तो आपको यहां कुछ समय के लिए राजा-महाराजाओं जैसा आभास होगा. जग मंदिर पैलेस, बड़ा महल, महाराणा प्रताप स्मारक के मनोरम सौंदर्य से लोभित नजारा आपके मन को एक समय के लिए मोह लेगा.
जग मंदिर पैलेस इस्लामिक वास्तुकला से बना है. वास्तुकला से बने इस महल का अन्य नाम “द लेक गार्डन पैलेस” है. इसे संगमरमर व पीले बलुआ पत्थर से बनाया गया है. इसे 8 भव्य आकार की हाथी की मूर्तियों ने घेर रखा है. हाथी की मूर्तियों से घिरे इस जग मंदिर पैलेस को मानो हाथी इसकी रखवाली कर रहें हों. पिचोला झील के दक्षिणी द्वीप पर ये सौंदर्यपूर्ण महल स्थित है. पानी के बीच में ये अद्भुत चमकता महल अपनी सुंदरता की गवाही देता है.
बड़ा महल राजपूत व मुगल वास्तुकला द्वारा बना गया है. ये महल मुख्य रूप से आदमियों के लिए बना है. चारों ओर से सुंदर बगीचे से सजा महल वातावरण को शोभित कर देता है. राजस्थान के ऐतिहासिक महलों में शामिल बड़ा महल अपनी प्राचीनता को बनाए रखते हुए आज भी एक आकर्षक दर्शनीय स्थल है. इसके सुंदर बगीचों के वजह से इसको गार्डन पैलेस भी कहा जाता है.
इतिहास के महान योद्धा का राजस्थान में बहुत महत्व है. यह स्मारक उनकी वीरता की गवाही देता है. फतह सागर झील के किनारे पर ये स्मारक बना है. चेतक पर बैठे महाराणा प्रताप अपने शौर्यवान बलिदान की गाथा कहते हैं. 11 फीट ऊंची इस प्रतिमा को पीतल से बनाया गया है. उदयपुर आकर इस प्रतिभावान मूर्ति को देखना अपने आप में एक अलग ही गर्व की बात है.
भारत में राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जो कला आदि को बहुत महत्व देता है और यहां की कला भी बेहद प्रसिद्ध है. कला हो, हस्तकला, पारंपरिक नृत्य, संगीत या कठपुतलियों के नाटक आदि ये सभी आधुनिकता के बावजूद भी अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं. उदयपुर से 3 किमी की दूरी पर यह हवाला गांव के निकट स्थित है. आपको उत्तम श्रेणी की कलाकारी देखने का अवसर प्राप्त होगा.
फतह सागर झील के बीचों-बीच बसे इस बगीचे में विभिन्न प्रकार के पानी के फव्वारे हैं, जो मैसूर के बृंदावन गार्डन से मिलते-जुलते हैं. आप रेस्टोरेंट में बैठे खाने का लुत्फ़ उठा रहे हों और आस-पास सुंदर नज़ारा हो. ऐसे में इसका तो कोई जवाब ही नहीं है.
उदयपुर का ये संग्राहलय बहुत ही मशहूर है. राजस्थानी संस्कृति को बनाए रखने का स्रोत जो आपको मेवाड़ इलाके की अद्भुत विरासत का नमूना दिखाएगा. यहां कुछ पारंपरिक वस्तुएं व कलाकृतियों को संजो के रखा गया है. यह कला शिक्षा का केंद्र भी है, जहां स्थानीय कलाकर व अन्य लोग कला साहित्य के बारे में जानते व समझते हैं. यहां आकर आपको अद्भुत कलाकारी देखने को मिलेगी.
अमराई घाट उदयपुर का सबसे चर्चित घाट है, इस घाट को मंझी घाट भी कहा जाता है. सुबह-सुबह यहां आपको स्थानीय लोग योगा करते व स्नान करते हुए दिखेंगे. सिर्फ स्थानीय लोग ही नहीं यहां पर्यटकों का भी खूब आना-जाना होता है. शाम के वक्त आप यहां बैठकर शहर की टिमटिमाती लाईटों को देखकर अपनी शाम को खूबसूरत बना सकते हैं. आरती का मधुर स्वर वातावरण को धार्मिक बना देता है.