मृतक पुजारी के बूकना गांव में लोगों की भीड़ जुट गई है.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी करौली पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगर पुजारी के परिवार की मांगें नहीं मानी तो शव के साथ जयपुर कूच किया जाएगा. प्रशासन को 4 घंटे का समय दिया गया है. अगर मांगें नहीं मानी गई तो सिविल लाइन सीएम आवास के बाहर शव के साथ प्रदर्शन किया जाएगा.
दरअसल, राजस्थान के करौली के सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में बुधवार सुबह मंदिर की भूमि को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ. विवाद के दौरान विपक्षियों ने पुजारी के ऊपर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया.
आग से गंभीर रुप से झुलसे मंदिर पुजारी ने गुरुवार शाम जयपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इससे पहले पुजारी के बयान के बाद गुरुवार को सपोटरा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
मामले को लेकर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने भी गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह तुरन्त एक्शन ले सरकार. बिना देरी किए 50 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाये. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार की ज़मीन को भी सुरक्षित किया जाए और मृतक के परिजनों को आर्म्ड लाइसेंस दिया जा
पीड़ित की उपचार के दौरान जयपुर में मौत हो गई. पुलिस ने जयपुर जाकर पुजारी बाबूलाल के बयान दर्ज किए, जिनके आधार पर मामला दर्ज किया. प्राथमिकी में बताया कि मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के लिए कैलाश पुत्र काडू मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे. अतिक्रमियों को अतिक्रमण से रोका तो उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी.