Rajasthan Tourism : राजस्थान में घरेलु पर्यटकों की संख्या में पिछले वर्षों की तुलना में 394 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. राज्य में पर्यटन सीजन की अवधारणा लगभग खत्म हो चुकी है. अब पूरे साल पर्यटक की मौजदूगी ने राजस्थान पर्यटन को गुलजार कर रहा है.
कोरोना काल से लेकर अब तक राजस्थान में घरेलु और विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि क्यों होती. पर्यटक अगर अपने ट्रेवल को प्लान करके, यात्रा करेंगे तो उनकी यात्रा का आनंद दो गुना हो जाएगा. क्योंकि राजस्थान पर्यटन तो हमेशा अपने पर्यटकों को कहता है पधारो म्हारे देस. जो राजस्थान पर्यटन का स्लोगन भी है.
दुनिया में सबसे पसंदीदा शहरों की सूची में दूसरा स्थान पाने वाले उदयपुर का आलम तो यह है कि उदयपुर में केवल इस लंबे वीक एण्ड ही नहीं दिसम्बर और जनवरी तक के लिए एडवांस बुकिंग हो चुकी हैं.
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूअर ऑपरेटर्स ( राटो) के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ के अनुसार राजस्थान में इन दिनों कर्नाटक (बेंगलूरू), पश्चिम बंगाल, गुजरात( सूरत व अहमदाबाद) सहित दिल्ली और दिल्ली (एनसीआर),उत्तरप्रदेश से घरेलु पर्यटक खासी संख्या में आ रहे हैं. स्वतंत्रता दिवस तक एक लंबे वीक एण्ड ने पर्यटकों को मानो पंख लगा दिया हैं.
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक दलीप सिंह राठौड़ का कहना है कि राजस्थान पर्यटन विभाग इन दिनों पर्यटकों को ध्यान मे रखते हुए नए सर्किट बना रहा है. प्रदेश में इन दिनों धार्मिक पर्यटन बेहद बढ़ा है. क्योंकि राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सर्वधर्म सम्भाव तीर्थ सर्किट बनाया गया है.
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक दलीप सिंह राठौड़ का कहना है कि राजस्थान पर्यटन विभाग इन दिनों पर्यटकों को ध्यान मे रखते हुए नए सर्किट बना रहा है. प्रदेश में इन दिनों धार्मिक पर्यटन बेहद बढ़ा है, क्योंकि राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सर्वधर्म सम्भाव तीर्थ सर्किट बनाया गया है.
इस सप्ताह से लेकर 15 अगस्त तक एक लंबा वीक एण्ड पर्यटकों के रोमांच को बढ़ाने में सहायक साबित हुआ है. जयपुर, उदयपुर और माउन्ट आबू सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर केवल एडवांस बुकिंग करवाने वालों को ही जगह मिली.