राजस्थान में जीत के बाद भाजपा की सरकार बने दो सप्ताह गुजर गए है लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार का काउंटडाउन शुरू ही नहीं हो पा रहा है. मध्य प्रदेश में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें से पांच महिला मंत्री हैं. ऐसे में राजस्थान में भी महिलाओं को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ दीया कुमारी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, ऐसे में उन्हें कोई अहम मंत्रालय मिलना माना जा रहा है. दीया कुमारी दूसरी बार की विधायक है और एक बार सांसद भी रह चुकीं हैं. उन्होंने जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीत दर्ज की है.
भाजपा की दिग्गज नेता रहीं किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ती माहेश्वरी ने राजसमंद सीट से जीत दर्ज की है. पिछली दफा उन्होंने किरण माहेश्वरी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी और अब वह दूसरी बार की विधायक चुनी गई हैं. दीप्ती माहेश्वरी वैश्य समाज से आती है ऐसे में दीप्ति को भी मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
सिद्धि कुमारी बीकानेर राजघराने से संबंध रखने वाली सिद्धि कुमारी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है. सिद्धि कुमारी बीकानेर पूर्व से लगातार चौथी बार विधायक बनी है और वह सबसे अमीर विधायक भी है. उनके पास 102 करोड़ की चल और अचल संपत्ति है.
नौक्षम चौधरी भरतपुर की कांम विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई हैं. नौक्षम पहली बार की विधायक है और उनका नाम भी मंत्रिमंडल की सूची में चल रहा है. उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता जाहिदा खान को चुनाव में शिकस्त दी है. विधानसभा चुनाव में अपने तेज तर्रार बयानों को लेकर नौक्षम चौधरी सुर्खियों में छाई रही थी.
अनीता भदेल अजमेर दक्षिण से विधायक चुनी गई है, उनका नाम भी आखिरी मौके पर मुख्यमंत्री की रेस में आ गया था. हालांकि अंत: भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री चुने गए. अनीता भदेल वसुंधरा राजे सरकार में भी मंत्री पद संभाल चुकी हैं. वह दलित समुदाय से आती हैं.