पाली में निर्माणधीन स्टेट हाईवे 61 बना हादसों की वजह, 4 साल में हो चुकी है सैकड़ों मौतें
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पाली में निर्माणधीन स्टेट हाईवे 61 बना हादसों की वजह, 4 साल में हो चुकी है सैकड़ों मौतें

Pali News: पाली जिले के सरदार समंद से मारवाड़ जंक्शन के जोजावर तक 434 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा स्टेट हाईवे 61 इस समय प्रशासन की अनदेखी के चलते हादसों का गवाह बना हुआ है. मारवाड़ जंक्शन से जोजावर के बीच 29 से अधिक खतरनाक मोड़ रख देने से लगातार हादसे हो रहे है. 

पाली में निर्माणधीन स्टेट हाईवे 61 बना हादसों की वजह, 4 साल में हो चुकी है सैकड़ों मौतें

Pali News: पाली जिले के सरदार समंद से मारवाड़ जंक्शन के जोजावर तक 434 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा स्टेट हाईवे 61 इस समय प्रशासन की अनदेखी के चलते हादसों का गवाह बना हुआ है. हाईवे स्वीकृत होने के 4 साल यह अभी तक  बनकर तैयार नहीं हुआ है, जिसके कराण अनेकों जगह पर अधूरा पड़ा कार्य और खतरनाक मोड़ की वजह से क्षेत्रवासियों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ती है और हादसों को न्यौता दे रहे है.

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बता दें कि इस स्टेट हाइवे निर्माण कंपनी के जरिए मारवाड़ जंक्शन से जोजावर के बीच 29 से अधिक खतरनाक मोड़ रख देने से लगातार हादसे हो रहे है. इन खतरनाक मोड़ पर बीते 4 सालों में सैकड़ों मौतें हो चुकी है. लेकिन प्रशासन की नींद  अब तक नहीं खुली.

मोड़ लोगों के लिए  साबित हो रहा जानलेवा
वही ऐतिहासिक आऊवा गांव के निकट एस आकार का सर्पिला खतरनाक मोड़ लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. इसी के साथ मारवाड़ जंक्शन उपखंड मुख्यालय के निकट निर्माणाधीन ओवरब्रिज का कार्य बीते 2 वर्षों से चल रहा जो अभी तक  पूरा नहीं  हो पाया. वहीं अगर बात करे सूर्य नगर के निकट तो निर्माणाधीन कम्पनी के जरिए यहां बड़े बड़े खड्डे खोदकर काम बंद कर दिया जिससे राहगीरों को भारी मुश्किलें उठानी पड़ रही है.अधूरे कार्यों  के कारण रोजाना हादसे हो रहे दुपहिया वाहन वाले घायल हो रहे और हादसे का शिकार हो रहे.

अधिकारियों को ज्ञापन देने पर भी नहीं बनी बात

स्थानीय सामाजिक संगठनों एवं क्षेत्रवासियों जनप्रतिनिधियों  के जरिए सैकड़ों बार निर्माण कंपनी एवं उच्च अधिकारियों को ज्ञापन दिया परंतु कुछ नहीं हो पाया. स्थानीय ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कार्य गति से चल रहा और कई जगह तो कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया. हाईवे निर्माण के बीच में कई जगह पर बन रहे पुल निर्माण कार्य अधूरे पड़े जो सरकार की व्यवस्थाओं और कंपनी की लापरवाही को दर्शा रहे है.

हाल ही में तत्कालीन पूर्व मारवाड़ जंक्शन उपखंड अधिकारी द्वारा स्टेट निर्माण सड़क की परिधि क्षेत्र मे भूमि के किसानों को मुआवजा का घोटाला भी सामने उजागर हुआ
उस उपखंड अधिकारी द्वारा कुछ नाम मात्र बीघा भूमि पर लाखों रुपए का मुआवजा राशि का घोटाला भी इस स्टेट हाईवे 61 में देखने को मिला, फिर भी उक्त उपखंड अधिकारी एवं भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पाई.

यही नहीं आऊवा गांव के मुख्य बस स्टैंड पर निर्माण किया गया स्टेट हाईवे कई जगहों पर दरारे आ चुकी एवं खड्डे पड़ चुके ओर धस चुका, स्टेट निर्माण निर्माण कंपनी की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही फिर भी इस कंपनी स्टेट निर्माण कंपनी के ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई. स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते लगातार इस निर्माणाधीन कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही.

जबरन वसूला जा रहा है टोल 
स्टेट हाईवे 61 सरदार समद से जोजावर तक अभी पूरा भी नहीं हो पाया कहीं जगह पर अधूरा पड़ा इसके बावजूद भी इस कंपनी द्वारा दो जगह टोल शुरू कर दिए गए और लोगों से जबरन टोल वसूला जा रहा. स्थानीय लोगों द्वारा कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया लेकिन उपखंड स्तरीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते ग्रामीणों को टोल चुकाना पड़ रहा. इनटोल कंपनियों द्वारा स्थानीय ग्रामीणों से भी जबरन टोल वसूला जा रहा.

मारवाड़ जंक्शन उपखंड मुख्यालय से होकर गुजर रहा यह स्टेट हाईवे कहीं जगहो पर अधूरा कार्य एवं धीरे गति से कार्य होने के बावजूद भी इसके निर्माणाधीन कंपनी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही. स्थानीय उपखंड अधिकारी एवं सार्वजनिक पीडब्ल्यूडी विभाग से मंद गति से निर्माण कार्य एवं स्टेट हाईवे निर्माण की में आ रही अनियमितताओं व कमियों के बारे में जानकारी जानना चाही तो कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.इससे साफ जाहिर होता है कि इन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण यह स्टेट हाईवे अभी तक बनकर तैयार नहीं हो पाया.
जब स्टेट हाईवे पूर्ण रुप से तैयार नहीं हुआ तो फिर किस बात का टोल. स्थानीय ग्रामवासी से जबरन टोल वसूला जा रहा ,इस निर्माणाधीन स्टेट हाईवे 61 पर अनगिनत हादसे हो चुके कई जाने जा चुकी फिर भी प्रशासन की नींद नहीं खुली.

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