नागौर: जीएसएस के सामने धरने पर बैठे किसानों को खींवसर पुलिस ने धरना स्थल हाईवे के नजदीक होने से किसी भी समय दुर्घटना होने का खतरा बता कर बल पूर्वक किसानों को वहां से हटा दिया. जिसके बाद किसान थोड़ी दूरी टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए.
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खींवसर, नागौर न्यूज: उपखंड मुख्यालय पर नेशनल हाईवे स्थित 220 केवी जीएसएस के सामने 6 वे दिन धरने पर बैठे किसान उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए सहायक अभियंता और उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. शुक्रवार को ज्ञापन के दोरान भाजपा नेता भागीरथ मेहरिया भी मोजूद रहे. अखिल भारतीय किसान सभा और किसान संघर्ष समिति के बैनर तले धरने पर बैठे किसान साठिका खुर्द में स्वीकृत 33/11 के जीएसएस को बनाने की मांग कर रहे है.
बल पूर्वक किसानों को हटाया
जीएसएस के सामने धरने पर बैठे किसानों को खींवसर पुलिस ने धरना स्थल हाईवे के नजदीक होने से किसी भी समय दुर्घटना होने का खतरा बता कर गुरुवार देर रात बल पूर्वक किसानों को वहां से हटा दिया. किसानों ने आरोप लगाया की पुलिस दिन में भी हमे आकर बता सकती थी हम उस जगह पर तीन दिनों से बैठे थे. लेकिन यू देर रात को सोये हुए किसान भाइयों को जबरदस्ती हटाया गया ये गलत है.
किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस राजनेताओं के इशारे पर काम कर रही है. किसानों ने कहा कि अधिकारी हमारे शांति पूर्वक चल रहे धरने का दमन करना चाहते है लेकिन हम किसान इतने कमजोर नहीं है कि पुलिस से डरकर धरना समाप्त कर दे. उपखंड कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ किसान नारेबाजी करते हुए पहुंचे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया.
किसान सतुराम जाणी ने बताया कि आज से 4 साल पहले 6 सितंबर 2019 को साठिका खुर्द 33/11 केवी के जीएसएस की स्वीकृति हुई थी. जिसके लिए जमीन का आवंटन भी किया जा चुका है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज दिनांक तक जीएसएस निर्माण का कार्य शुरू ही नहीं किया गया. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. बारिश की कमी की वजह से इस बार भी किसानों की फैसले चौपट हो गई.
किसानों ने बताया कि स्वीकृत 33/11 के जीएसएस का निर्माण नहीं होने की वजह से किसानों को पूरी बिजली नहीं मिल पा रही है. साथ ही विद्युत भार ज्यादा होने की वजह से वोल्टेज बहुत ही काम मिल रहे है. इसकी वजह से किसान बिजली का उपयोग नहीं कर पा रहा है. इस कारण बड़ी संख्या में फसलों को नुकसान हुआ है. स्वीकृत जीएसएस का निर्माण करवाने के लिए किसानों ने कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन अभी तक किसानों की इस समस्या की ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं जाने की वजह से अब किसान धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. किसानों ने बताया कि जब तक सटिका खुर्द में स्वीकृत 33/11 के जीएसएस का निर्माण कार्य शुरू नहीं करवाया जाएगा तब तक धरना प्रदर्शन खत्म नहीं किया जाएगा.
प्रदर्शन के दोरान भाजपा नेता भगीरथ मेहरिया, अखिल भारतीय किसान सभा तहसील अध्यक्ष चुनाराम पालियाल, उपाध्यक्ष कंवराराम गोदारा, साठिका सरपंच शंकरराम, हीमताराम घंटियाल, तेजाराम, पूर्व सरपंच जगमाल सिंह, उम्मेद सिंह, चुनाराम, अखाराम मेघवाल, फत्ताराम मेघवाल, रामेश्वर फौजी, भोमाराम सैन, कुम्भा राम सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे.
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