अमरनाथ हादसा : 4 दोस्त, साथ जिए साथ मरे, एकसाथ 4 अर्थियां घर पहुंची तो पसरा मातम
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अमरनाथ हादसा : 4 दोस्त, साथ जिए साथ मरे, एकसाथ 4 अर्थियां घर पहुंची तो पसरा मातम

 शुक्रवार शाम को अमर नाथ गुफा के पास अचानक  बादल फटने से एक बड़ा हादसा घटित हुआ, जिसमें कई लोगों को काल के गाल में सुला दिया. 

अमरनाथ हादसा : 4 दोस्त, साथ जिए साथ मरे, एकसाथ 4 अर्थियां घर पहुंची तो पसरा मातम

Deedwana: शुक्रवार शाम को अमर नाथ गुफा के पास अचानक  बादल फटने से एक बड़ा हादसा घटित हुआ, जिसमें कई लोगों को काल के गाल में सुला दिया. इसी हादसे में  नागौर जिले के चार दोस्तों को भी मौत हो गई. , जिसके बाद राज्य सरकार की तरफ से चलाए गए  रेस्क्यू ऑपरेशन में नागौर के इन चारों दोस्तों के शव बरामद हुए.

देरी से शवों की पहचान हो पाने के कारण परिजनों से लेट संपर्क हुआ, जिसके बाद सोमवार को  सुबह चारों मृतकों के शवों को  किशनगढ़ एयरपोर्ट पहुंचाया गया, जहां से चारों के शवों को उनके पैतृक गांव ले जाया गाया है, जहां पूरे रीति रिवाज के साथ  प्रशासन की मौजूदगी में चारों का अंतिम संस्कार किया गया.  

गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार

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चारों मृतक नागौर जिले के ही रहने वाले थे, दो मृतक डीडवाना उपखंड के थे जिनमें प्रहलाद राम का शव तोशिना, यजुवेंद्र सिंह का थेबड़ी पहुंचा जबकि मकराना उपखंड के बरवाला निवासी विजय सिंह और कुचामन उपखंड के रूपपुरा निवासी वीर सिंह का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा. जहां से उनके अंतिम संस्कार प्रशासन की मौजूदगी में किए गए.  इस दौरान चारों गांवो में माहोल गमजदा रहा और दुकानें भी बंद रहीं.

चारों दोस्त करते थे फाइनेंस का काम
गौरतलब है कि  नागौर जिले के ये चारों दोस्त अमरनाथ यात्रा पर एक साथ गए थे . चारों ने अपनी यात्रा  6 जुलाई को  पहलगाम से  यात्रा शुरू की थी. 8 जुलाई को हादसे से पहले अमरनाथ के दर्शन करके लौट रहे थे. इसी दौरान बादल फटने के बाद आए जलजले का ये चारों  शिकार हो गए.

गुफा में दर्शन से पहले उन्होंने अपने गांव के एक ग्रुप में 5.27 बजे अपने फोटो पोस्ट किए. 6.15 पर उनके अमरनाथ गुफा में दर्शन करने की सूचना परिजनों को है लेकिन उसके तुरंत बाद से यह हादसा घटित हुआ और चारों दोस्त इस हादसे के शिकार हो गए.

 हादसे के बाद से शुरुआती तौर पर मिले 15 शवों में ही चारों दोस्तों के शव बरामद हुए थे लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाने के कारण सूचना नहीं मिल पाई. दो दिन से परिजनों से संपर्क नहीं हांपने की वजह से परिजन भी चिंतित थे. कल नजदीकी रिश्तेदारों से शिनाख्त करवाने के बाद स्थानीय प्रशासन को जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा सूचना दी गई.घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पूरे जिले में शोक की लहर है.

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Reporter: Hanuman Tanwar 

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