Kota News: राजस्थान के कोटा शहर में लंपी रोग की वजह नगर निगम की गौशाला से गायों की शिफ्टिंग का मामला अधर झूल में लटक गया है. यही कारण है कि बंधा गौशाला और कायन हाउस में क्षमता से ज्यादा गोवंश हो गए हैं. दरअसल, शहर को कैटल फ्री बनाने के अभियान के तहत और जनता को हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिए जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी द्वारा शहर में बेसहारा गोवंश को पकड़ने का अभियान चलाया गया.
605 गोवंशों की शिफ्टिंग के दिए आदेश
इसी अभियान के तहत नगर निगम की गौशालाओं में क्षमता से अधिक गोवंश हो गए. गौशाला में हुई अव्यवस्था को देखते हुए जिला प्रशासन ने सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त करने वाली निजी गौशालाओं में 605 गोवंशों की शिफ्टिंग के आदेश जारी किए.
400 गोवंशों की हुई शिफ्टिंग
नगर निगम द्वारा 400 गोवंशों की शिफ्टिंग कर दी गई लेकिन इसी बीच लंपी के केस सामने आने के बाद गोवंश को पकड़ने और गौशालाओं में भेजने का अभियान को रोक दिया गया. गौशाला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह के अनुसार वर्तमान में लंपी के मामलों में कमी आई है जिसको देखते हुए चिकित्सकों के परामर्श और अधिकारियों के निर्देश पर अभियान को लेकर आगे की रूपरेखा तय होगी.